पीने के पानी से होती है वाहनों की धुलाई
मुश्ताक खान/मुंबई। मौसम का मिजाज (Weather Patterns) बदलते ही पेयजल संकट गहराने लगा है। मनपा के वार्ड क्रमांक 155 की हद में आने वाले मुकुंद नगर (Mukund nagar) में करीब एक माह से पेयजल कि भरी किल्लत हो गई है, पेयजल को लेकर वाशीनाका के मुकुंद नगर में हा हा कार मचा हुआ है। इसे लेकर पास पड़ोस के लोगों में कहा सुनी और मारपीट होने की नौबत आ गई है।
वहीं चेंबूर के आरसी मार्ग पर मनपा एम पश्चिम जलापूर्ति विभाग के अभियंताओं की मिली भगत से आधे दर्जन से अधिक वाहन सर्विस सेंटरों को धड़ल्ले से चलाया जा रहा है। इसके अलावा इस परिसर में टैंकरों से पेयजल की काला बाजारी होने की भी खबर है।
यह सब मनपा के जलापूर्ति विभाग के अभियंताओं के नाक के नीचे चल रहा है कैसे? बता दें कि मनपा एम् पश्चिम जलापूर्ति विभाग के एस ई मोहन राठोड और जे ई अर्चना वाघ हैं। इनसे बात करने पर इन दोनों ने शिकायत करने की सलाह दी, लेकिन जन हित में कोई प्रयास नहीं किया।
गौरतलब है कि करीब एक माह पूर्व जलापूर्ति विभाग द्वारा पेयजल की सप्लाई को बाधित किया गया था। इस मुद्दे पर विभागीय अभियंताओं ने सफाई दी थी कि माहुल में पाइप लाइन का काम चल रहा है। इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। बहाना अच्छा था, इससे मुकुंद नगर के करीब 10 बिल्डिंग के लोगों ने खामोशी अख्तियार कर लिया।
इसके बाद लगातार पेयजल संकट गहराने लगा और शुक्रवार के दिन से पेयजल लगभग पूरी तरह थम गया। इसके बाद भी मुकुंद नगर के लोगों के मनपा के अभियंताओं को भरपूर सहयोग किया। लेकिन दो दिन से अधिक होने के बाद भी पानी का कहीं नामों निशान नहीं है। इसे लेकर मनपा के ऑनलाइन (Online) 1916 पर शिकायत दर्ज कराई गई।
लेकिन गुड़ी पड़वा होने के कारण लोगों को कोई राहत नहीं मिली।
मुकुंद नगर के नागरिकों के वजह से रवैये को देखते हुए पेयजल की आपूर्ति करने वाले मनपा के अभियंता और कर्मचारियों ने लाभ उठाना शुरू कर दिया, जिसके कारण लोग आपस में मारपीट पर उतारू हो गए। बहरहाल मनपा के जलापूर्ति विभाग के अभियंता, जनता के सवालों का जवाब दे।
चेंबूर के आरसी मार्ग पर कितने वाहन सर्विस सेंटर (Vehicle service center) चल रहे है। इनमें कितने मान्यता प्राप्त हैं और कितने अवैध रूप से चलाये जा रहे हैं ? इन सर्विस सेंटरों में कंहा से पानी आता है? पिने के पानी से वाहनों की धुलाई कैसे हो रही है। इसके अलावा और भी कई ज्वलंत प्रश्न हैं, जिसका जवाब ईमानदारी का बिल्ला लगाने वाले जलापूर्ति विभाग के अभियंताओं को देना है।
उल्लेखनीय है कि वाशीनाका स्थित मुकुंद नगर परिसर में एक अवैध पानी का लाइन था जो टैंकरों के जरिये सप्लाय किया करता था। उसे मनपा के ईमानदार अभियंताओं ने 2021 अगस्त में जनता की शिकायत पर जड़ से उखाड़ दिया।
लेकिन मौजूदा समय में इस क्षेत्र के वाहन सर्विस सेंटरों का पानी कंहा से आता है? एक अन्य जानकारी के अनुसार चेंबूर कैंप में शत प्रतिशत पानी का कनेक्शन (Water connection) अवैध रूप से कैसे चल रहा है। इससे मनपा को कितना नुकसान हो रहा है ?
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