एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला मुख्यालय से सटे क्रिसेंट पब्लिक स्कूल चास में 17 अगस्त को तम्बाकू के दुष्प्रभाव विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। अध्यक्षता उक्त विद्यालय के उप प्रधानाचार्य विजय कुमार ठाकुर ने की।
सेमिनार में जिला परामर्शी मो. असलम द्वारा सभी बच्चों को तम्बाकू के दुष्परिणाम, तम्बाकू में पाये जाने वाले जहरीले तत्व, तम्बाकू प्रयोग से स्वास्थ्य पर दीर्घ अवधी परिणाम, सेकंड हैंड स्मोक व उससे होने वाले नुकसान, तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र व तम्बाकू छोड़ने के उपाय, परामर्शी सेवा लेने की सुविधा, टाल फ्री नम्बर 1800-11-2356 एवं तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के मुख्य बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई।
जिला परामर्शी के अनुसार झारखंड के अन्दर 38.9 प्रतिशत लोग तम्बाकू का उपयोग किसी न किसी रूप में करते है, जिसमें 59.7 प्रतिशत पुरुष, 17 प्रतिशत महिलायें एवं (Global Youth Tobacco Survey-2019, GYTS-4 के अनुसार 5.1 प्रतिशत बच्चे ऐसे है जो सिर्फ 13-15 आयु में तम्बाकू का उपयोग करना शुरू कर देते है)।
जिला परामर्शी द्वारा बताया गया कि सभी कक्षाचार्य को अनुरोध किया गया कि सप्ताह में किसी एक दिन सभी बच्चों की जांच की जाये कि कहीं कोई बच्चा तम्बाकू का उपयोग तो नहीं कर रहा है। यदि कोई बच्चा तम्बाकू का उपयोग करते हुये पकड़ा जाता है तो पहले उसको परामर्शी सेवा स्कूल स्तर पर देनी चाहिए।
यदि जरूरत पड़े तो तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र सदर अस्पताल की भी सहायता लिया जा सकता है। जहां पर परामर्शी सेवा के साथ साथ सभी प्रकार की जांच भी मुफ्त में की जाती है।
एनटीसीपी के नोडल पदाधिकारी डॉ एन. पी. सिंह ने बताया कि तम्बाकू में पाया जाने वाला निकोटीन जब हमारे दिमाग के अन्दर जाता है तो वहां से डोपामिन केमिकल निकलता है, जिसका काम ही है अच्छा महसूस कराना।
ऐसे में जब छोटे बच्चे कम आयु से ही तम्बाकू का उपयोग करना शुरू कर देते हैं तो उनका तम्बाकू छुड़वाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में हम सभी शिक्षण संस्थान के शिक्षकों से अनुरोध करना चाहते है कि तम्बाकू मुक्त समाज बनाने के लिये हमें आगे आना होगा और लगातार बच्चों को तम्बाकू के दुष्परिणाम से अवगत कराते रहना होगा।
सेमिनार में क्रिसेंट पब्लिक स्कूल चास के प्रभारी शोभा कुमारी, अक्षत गुप्ता, अपराजिता गुप्ता, मो. इब्राहीम, विक्रम, विनीत कुमार व बच्चे उपस्थित थे।
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