प्रहरी संवाददाता/बोकारो। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बोकारो जिला के हद में चास प्रखंड के डॉ एस. राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ एजुकेशन चिकसिया में सेमिनार का आयोजन किया गया।
सिविल सर्जन बोकारो के डॉ अभय भूषण प्रसाद के निर्देश पर चिकसिया में आयोजित तम्बाकू के दुष्परिणाम विषय पर सेमिनार का आयोजन में बड़ी संख्या में गणमान्य व् कॉलेज के छात्र-छात्रा शामिल हुए।
सेमिनार की शुरूआत स्कूल के प्रभारी प्राचार्य मो. गुलाम रसूल अंसारी द्वारा किया गया। सेमिनार में स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि सह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चन्दनकियारी के दन्त चिकित्सक डॉ नेेहा वर्मा तथा बोकारो जिला परामर्शी तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम मो. असलम द्वारा उपस्थित बच्चों को तम्बाकू के दुष्परिणाम, तम्बाकू में पाये जाने वाले जहरीले तत्व, तम्बाकू के प्रयोग से स्वास्थ्य पर दीर्घ अवधी परिणाम, नशा मुक्ति केन्द्र व् तम्बाकू छोड़ने के उपाय, शिक्षण संस्थान को तम्बाकू मुक्त कैसे किया जाये, इसमें बच्चों की क्या जवाबदेही है के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
दन्त चिकित्सक डॉ नेहा वर्मा द्वारा सभी बच्चों को मुंह के कैंसर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही सभी को ब्रशिंग टेकनीक के बारे में बताया गया। डॉ नेहा ने बताया कि ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे 2019 के अनुसार झारखंड में 5.1 प्रतिशत बच्चे 13 से 15 आयु वर्ग में ही तम्बाकू का सेवन करना शुरू करते है। आगे चल कर यही बच्चे अपने साथियों को तम्बाकू उपयोग करने हेतु प्रेरित करते हैं।
इसी पर निगरानी हेतु भारत सरकार द्वारा टाफी गाईडलाईन का अनुपालन सभी विद्यालय में सख्ती से लागू करने हेतु आदेशित किया गया है। जिसका अनुपालन बोकारो जिला में किया जा रहा है। इससे सम्बन्धित जन जागरूकता में आप सभी की सहभागिता बहुत जरूरी है।
जिला परामर्शी मो. असलम ने बताया कि कम आयु में निकोटीन का लत लगना शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू मनुष्य के शरीर में 4000 से अधिक बीमारियां पैदा कर सकती है। जिसमें हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, फेफड़े का कैंसर, मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, दांत खराब होना, बाल का गिरना, मोतियाबिन्द, अस्थमा आदि शामिल है।
उनके द्वारा बच्चों को तम्बाकू छोड़ने हेतु तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र व् उसमें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही तम्बाकू छोडने हेतु टोल फ्री नंबर 1800-11-2356 को भी साझा किया गया। सेमिनार में उपरोक्त के अलावा सामाजिक कार्यकर्त्ता छोटेलाल दास, विद्यालय के तमाम कर्मी तथा बच्चे उपस्थित थे।
43 total views, 43 views today