एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद की अंगिभूत बोकारो जिला के हद में बेरमो के के. बी. कॉलेज में 3 नवंबर को एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन सीसीएल कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक डी. के. गुप्ता, सीएसआर प्रबंधक चंदन कुमार तथा कॉलेज के प्राचार्य डॉ के. पी. सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की।
इस अवसर पर कॉलेज के दर्जनों ब्याख्याता, कॉलेज कर्मी सहित सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने सेमिनार में भाग लिया। जबकि पूर्व में संपन्न निबंध, कविता एवं श्लोगन प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं कॉलेज प्राचार्य द्वारा प्रशस्ति पत्र व् पट्टीका देकर सम्मानित किया गया।
सीसीएल कथारा क्षेत्र द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह (30 अक्टूबर से 5 नवंबर) के तहत भ्रष्टाचार उन्मूलन: चुनौती एवं अवसर विषय पर के. बी. कॉलेज के ज्यूलोजी विभाग सभागार में आयोजित सेमिनार के मुख्य अतिथि कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक डी. के. गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि आज भ्रष्टाचार देश के सामने सबसे ज्वलंत समस्या है।
यह देश के विकास में सबसे बड़ा बाधक है। उन्होंने कहा कि उनके नजर में भ्रष्टाचार वह क्रिया है जो लाभूक के स्थान पर दूसरे को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार लालच से शुरु होता है। हमें अपनी आवश्यकता को सीमित रखना है, तभी भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सकेगा। कहा कि सीसीएल प्रबंधन भ्रष्टाचार उन्मूलन के प्रति प्रतिबद्ध है।
महाप्रबंधक गुप्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार के खात्मे को लेकर मुख्य सतर्कता आयुक्त के निर्देश पर यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह हर्ष का विषय है कि आज के सेमिनार में इतनी बड़ी संख्या में आप सब उपस्थित होकर भ्रष्टाचार के उन्मूलन के प्रति जिज्ञासावान हैं। आपमें लगन और सोंच सही होगा तभी भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सकेगा और आप सबकुछ पा सकेंगे।
विशिष्ट अतिथि कथारा क्षेत्र के सीएसआर अधिकारी चंदन कुमार ने कहा कि देश के युवा वर्ग अगर चाह ले तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सकता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 में सड़क निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे अभियंता सत्येंद्र दुबे की हत्या कर दी गयी थी, क्योंकि उनके द्वारा संबंधित ठेका कंपनी द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के विरोध में पत्र लिखकर सरकार को आगाह किया था। तब से सरकार द्वारा पीआईबीपीआई बनाया गया ताकि सूचना दाता के नाम को गोपनीय रखा जा सके।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ के. पी. सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए समाज में जागृति पैदा करना होगा। इसके लिए छात्रों को संकल्प लेना होगा तभी भ्रष्टाचार रूपी जहर का खात्मा संभव है। के. बी. कॉलेज वेलफेयर कमिटी एवं सेमिनार के समन्वयक डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि विश्व के तमाम देशो में हमारे देश का पैमाना भ्रष्टाचार के मामले में 85वां है, जबकि पिछले वर्ष यह 86वें पायदान पर था। यानि देश एक पायदान सुधार कर पाया है।
जबकि राज्य स्तर पर सबसे अधिक राजस्थान तथा सबसे कम कश्मीर में भ्रष्टाचार है। डॉ अरुण कुमार राय महतो ने कहा कि दिमकों से हम अपना घर बचाते रहे और कुर्सी में बैठे सारा मुल्क खा गये। आज भ्रष्टाचार का हाल यही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कई प्रकार है जिसमें नजराना, शुकराना, हड़काना और धमकाना प्रमुख है।
उन्होंने इन विन्दुओं का विस्तृत विवेचन कर सभी को इससे सावधान रहने की सलाह दी। वहीं कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ गोपाल प्रजापति ने कहा कि भ्रष्टाचार आज हमारे समाज, राज्य तथा देश को खोखला कर रहा है। यह समाज में पुरी तरह घुल गया है। इसलिए इसे दूर करने के लिए लगातार प्रयास करते रहने की जरूरत है।
इस अवसर पर स्वागत भाषण कॉलेज के ब्याख्याता सह अर्थपाल प्रोफेसर लक्ष्मी नारायण राय जबकि संचालन डॉ प्रभाकर कुमार व् निर्णायक मंडल निबंध प्रतियोगिता के अध्यक्ष डॉ अलीशा वंदना लकड़ा ने किया।
इससे पूर्व कॉलेज परिवार द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। वहीं सीसीएल कथारा क्षेत्र द्वारा प्राचार्य डॉ केपी सिन्हा, डॉ प्रभाकर कुमार, डॉ अरुण कुमार राय महतो, डॉ गोपाल प्रजापति तथा प्रोफेसर लक्ष्मी नारायण को भ्रष्टाचार जागरूकता चित्रित कप देकर सम्मानित किया गया।
बताया जाता है कि कॉलेज के सभी विभागों के विद्यार्थियों से उपरोक्त विषय पर तीन प्रतियोगिता आयोजित किया गया था, जिसमें निबंध प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता एवं कविता प्रतियोगिता शामिल है। तीनों प्रतियोगिता के विजेताओं के चयन करने हेतु अलग अलग निर्णायक मंडली बनाया गया।
निर्णायक मंडल निबंध प्रतियोगिता के अध्यक्ष डॉ अलीशा वंदना लकड़ा, सदस्य डॉ वासुदेव प्रजापति, डॉ व्यास कुमार बनाए गए थे। स्लोगन निर्णायक मंडली के अध्यक्ष डॉ साजन भारती, सदस्य डॉ आर पी पी सिंह, प्रो मनोहर मांझी जबकि कविता निर्णायक मंडली के अध्यक्ष डॉ मधुरा केरकेट्टा, सदस्य प्रो. नितिन चेतन तिग्गा, प्रो. अमित कुमार रवि बनाए गए थे।
तीनों प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान विजेताओं का चयन किया गया। महाप्रबंधक, प्राचार्य एवं सीएसआर ऑफिसर के द्वारा प्रमाण पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सेमिनार मे आलेख, कविता, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता मे शामिल सभी प्रतिभागियो को सांत्वना प्रमाण पत्र दिया गया।
सेमिनार मे डॉ नीला पूर्णिमा तिर्की, प्रो. पी पी कुशवाहा, प्रो. संजय कुमार दास, डॉ नाज खान, डॉ राजेंद्र प्रसाद, कार्यालय अधीक्षक रविंद्र कुमार दास, कार्यालय कर्मी सदन राम, रवि प्रकाश यादविंदु, मो. साजिद, नंदलाल राम, हरिश नाग, दीपक कुमार, करीश्मा, काजल, बालेश्वर यादव, शिव चंद्र झा, संतोष राम, भगन घासी, पुरषोत्तम चौधरी आदि उपस्थित थे।
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