के बी कॉलेज में हिंदी विभाग द्वारा संगोष्ठी सह विदाई समारोह का आयोजन

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में जारंगडीह स्थित के. बी. कॉलेज में 30 अगस्त को संगोष्ठी, सम्मान सह विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर हिंदी विभाग द्वारा हिंदी साहित्य के धरोहर मुंशी प्रेमचंद की रचना संसार विषय पर संगोष्ठी सह सेमेस्टर छह के छात्र छात्राओं के लिए विदाई समारोह का आयोजन प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता में जंतु शास्त्र सभागार में आयोजित किया गया।

मौके पर प्राचार्य लक्ष्मी नारायण तथा प्रोफेसर इंचार्ज गोपाल प्रजापति ने सेमेस्टर छह के छात्र छात्राओं को कड़ी मेहनत करने की सलाह देते हुए जीवन के आगामी प्रयासों के लिए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। मौके पर छात्र छात्राओं ने भी अपने अनुभवों को साझा किया।

प्राचार्य ने संगोष्ठी में कहा कि मुंशी प्रेमचंद का साहित्य आज भी प्रासंगिक है। प्रेमचंद जमीन से जुड़े लेखक और साहित्यकार रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में अलगू चौधरी, जुम्मन शेख, झबरा सरीखे चरित्र मौजूद हैं। कहा कि हिंदी साहित्य हमारे देश की धरोहर है।

प्रोफेसर इंचार्ज ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद ने अपने उपन्यासों में हर वर्ग गरीब, अमीर सभी को एक जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है। हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधुरा केरकेट्टा ने सेमेस्टर छह के छात्र छात्राओं को सफलता के लिए मेहनत के विकल्प पर ध्यान देने पर बल दी। संगोष्ठी विषय पर कहा कि तीन अगस्त को मुंशी प्रेमचंद की 144वीं जयंती मनाई गई थी। मुंशी प्रेमचंद का साहित्य समाज को जागृत और दिशा देने वाला रहा है।

आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ अरुण कुमार रॉय महतो ने कहा कि प्रेमचंद का हिंदी ही नही, विश्व साहित्य के महान साहित्यकारो मे नाम है। इनकी रचनाओं ने विश्व साहित्य के फलक को विस्तृत किया है। डॉ साजन भारती ने कहा कि हिंदी साहित्य मनुष्यों के बीच प्रेम बढ़ाता है।

एनएसएस प्रभारी डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद आज भी देशवासियों के दिलों में बसे हैं। उन्होंने कहा कि कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद का साहित्य अविस्मरणीय है।
अन्य वक्ताओं में डॉ आर पी पी सिंह, डॉ वासुदेव प्रजापति, रविंद्र कुमार दास आदि ने भी अपने अपने विचार रखे।

संगोष्ठी में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सोलह छात्र छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता एमएस प्रथम हिमानी कुमारी, द्वितीय आशा कुमारी एवं तृतीय फुल कुमारी रही। पोस्टर प्रतियोगिता में नौ छात्र छात्राओं ने भाग लिया, जिसमें मुस्कान कुमारी, रोशनी कुमारी, चांदनी कुमारी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रही। भाषण प्रतियोगिता में सरिया प्रवीन, आशा कुमारी, रोजी प्रवीन, ज्योति कुमारी ने स्थान बनायी।

इस अवसर पर सेमेस्टर छह के तीन छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिनमे सुषमा कुमारी, स्नेहा चौहान एवं फातमा नूरी शामिल है। इसके साथ हीं सांत्वना पुरस्कार अनुराधा कुमारी, सुलोचना कुमारी तथा दीपक कुमार को दी गई। प्राचार्य के हाथो प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।

मंच संचालन का कार्य छात्रा आशा कुमारी एवं धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधुरा केरकेट्टा ने किया। संगोष्ठी सह विदाई समारोह कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावा डॉ नीला पूर्णीमा तिर्की, डॉ वासुदेव प्रजापति, डॉ व्यास कुमार, प्रो. अमीत रवि, प्रो. संजय कुमार दास, कार्यालय कर्मी रविंद्र कुमार दास, सदन राम, रवि कुमार यादविंदू, मो. साजिद, दीपक राय, नंदलाल राम, शिव चन्द्र झा, बालेश्वर यादव समेत हिंदी विभाग के सभी सेमेस्टर के छात्र छात्रा उपस्थित थे।

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