जनता का सहयोग रहा तो जल्द ही नक्सल समस्या को खत्म कर देंगे-एसडीपीओ

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum District) के हद में गुवा थाना प्रांगण में 12 जुलाई को किरीबुरु एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर की अध्यक्षता तथा नोवामुंडी के अंचलाधिकारी सुनील चन्द्रा, किरीबुरु इन्स्पेक्टर वीरेन्द्र एक्का की उपस्थिति में सारंडा के दर्जनों गांवों के मुंडा, मानकी, मुखिया, पंचायत प्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों की विशेष बैठक हुई।

यह बैठक सारंडा क्षेत्र के तमाम गांवों से अंधविश्वास, डायन प्रथा, नशापान से होने वाली घरेलू व सामाजिक हिंसा, भूमि विवाद से जुड़ी हिंसा आदि तमाम प्रकार के अपराधिक घटनाओं व सामाजिक बुराइयों को जड़ से समाप्त करने हेतु आयोजित किया गया था।

इस अवसर पर एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर (SDPO Ajeet Kumar Kujur) ने कहा कि अंधविश्वास व डायन-बिसाही समाज की सबसे बडी़ कुरीति एवं अभिशाप है। सभी के संयुक्त प्रयास से ऐसी घटनाओं को शून्य तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि सारंडा के सुदूरवर्ती गांवों के ग्रामीण रहिवासी काफी ईमानदार व भोले-भाले होते हैं।

ऐसे रहिवासियों को कुछ गलत तत्व गुमराह कर घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे गलत तत्वों के बहकावे में ग्रामीण नहीं आकर इसकी सूचना गांव के मुंडा व स्थानीय पुलिस-प्रशासन को दें। उन्होंने दावे के साथ कहा कि डायन, भूत आदि कुछ नहीं होता है। जब आप बीमार होते हैं, तो सबसे पहले आप नजदीकी अस्पताल में इलाज कराने जाएं।झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं रहें।

कुछ घटनाएं भूमि विवाद के कारण भी की जाती है। दूसरों की जमीन पर बुरी नजर नहीं रखें तथा भूमि विवाद को मुंडा या फिर पुलिस-प्रशासन के स्तर पर बैठक कर समाधान करें।उन्होंने कहा कि सेल प्रबंधन से बहाली में स्थानीय बेरोजगारों को नियुक्त करने के लिये कहा जाएगा।

एसडीपीओ ने कहा कि व्यापक समाज के बेहतर सहयोग से नक्सल गतिविधियां को काफी कम कर दिया गया है। आगे भी जनता व ग्रामीण का सहयोग मिलता रहा तो हम जल्द ही नक्सल समस्या को खत्म कर देंगे।नोवामुंडी के अंचलाधिकारी सुनील चन्द्रा ने कहा की रोवाम, घाटकुडी़ आदि गांव के ग्रामीणों को सेल की गुवा अस्पताल में इलाज की सुविधा, पीएम आवास से जुड़ी समस्या का समाधान हेतु उपायुक्त व डीडीसी से बात कर समाधान का प्रयास करेंगे।

उन्होंने कहा कि भूमि विवाद से जुड़ी तमाम समस्याओं का समाधान अविलंब कराया जाएगा। इसके अलावे तमाम समस्याओं का समाधान संबंधित विभाग व सेल अधिकारियों से वार्ता कर किया जाएगा।

सारंडा पीढ़ के मानकी लागुडा़ देवगम एवं गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल ने कहा कि सारंडा के विभिन्न गांवों में अंधविश्वास अथवा डायन का आरोप लगाकर निर्दोष की हत्या कर दी जा रही है, जो गंभीर समस्या है। इसे रोकने का प्रयास सभी गांव के मुंडा से कराया जाए। इसके अलावा सारंडा के विभिन्न गांव के मुंडा मानकियो ने गांव की विभिन्न समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखा। जिसे प्रशासन ने जल्द ही समाधान करने का आश्वासन दिया।

बैठक में गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल, सारंडा पीढ़ के मानकी लागुडा़ देवगम, जामकुंडिया मुंडा कुशु देवगम, रोवाम मुंडा बुधराम सिद्धू, लेम्ब्रे मुंडा लेबेया देवगम, कुम्बिया मुंडा सोमा चाम्पिया, दुबिल मुंडा सुखराम चाम्पिया, सलाई मुंडा दुखिया सोरेन, हिनुवा मुंडा जुरा सिद्धू, दुईया मुंडा जानुम सिंह चेरवा, घाटकुडी़ मुंडा बिरसा चाम्पिया, नुईया मुंडा धन्नु चाम्पिया, आदि।

सहायक मुंडा सोमनाथ चाम्पिया, ठकुरा मुंडा दामु चाम्पिया, लिपुंगा मुंडा चरण चाम्पिया, मंगल कुम्हार, मोहन लाल चौबे, रामो सिद्धू, जगदीश पूर्ति, जगन्नाथ गोप, भोंज चाम्पिया, वीर सिंह हंसदा, राजेश चाम्पिया, दारा सिंह चाम्पिया, डुरसू चाम्पिया, सोमनाथ चाम्पिया, कुशनू पूर्ति, कप्तान चाम्पिया, कृष्णा देवगम, बीरबल गुड़िया, कृष्णा गागराई, शांतियल भेंगरा सहित दर्जनों मौजूद थे।

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