हादसों का हब बनता जा रहा है एससीएलआर

मुश्ताक खान/ मुंबई। सांताक्रूज चेंबूर लिक रोड (Santacruz Chembur link road) पर बढ़ते हादसों के ग्राफ को देखते हुए वर्ष 2020 से अब तक लगातार सुमननगर ट्रैफिक पुलिस द्वारा मनपा एल विभाग को सहयोग देने के लिए पत्र दिया जा रहा है। लेकिन एल विभाग के सहाय्यक मनपा आयुक्त की तरफ से अब तक कोई पहल नहीं की गई।

इसके बाद हाल ही में सुमननगर ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी संजय तुकाराम भालेराव ने इस मुद्दे पर एल विभाग के मनीष वालंज से मुलाकात कर बढ़ते हादसों को रोकने के लिए विभिन्न प्रस्ताव दिये हैं।

गौरतलब है की सांताक्रूज चेंबूर लिक रोड (एससीएलआर) का उदघाटन 18 अप्रैल 2014 में हुआ था। इसके दो वर्ष बाद एमएमआरडीए द्वारा मरम्मती के लिए चंद दिनों तक बंद कराया था। लेकिन मरम्मती के बाद एमएमआरडीए ने एससीएलआर को मनपा के हवाले कर दिया। बहरहाल मौजूदा परिस्थितियों में एससीएलआर पर हादसों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।

बताया जाता है की सुमननगर ट्रैफिक पुलिस की हद में आने वाले इस उड़ान पुल के दोनों छोरों पर अवसर हादसे होते हैं। करीब 3.5 किलोमीटर लंबे एससीएलआर पर वर्ष 2018 में 5 मौतें हुई। जबकि इस वर्ष घायल होने वालों की संख्या 39 बताई जाती है।

इसी तरह 2019 में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हो गई वहीं घायलों की संख्या 26 रही। 2020 में 8 लोग मरे और 12 घायल हुए। इस वर्ष 2021 में 2 मरे और घायलों की संख्या नामालूम है। लेकिन मानसून को देखते हुए यह तय कर पाना मुश्किल है की आगे क्या होगा।

बताया जाता है की कुर्ला पूर्व को पश्चिम व कुर्ला पूर्व को लोकमान्य तिलक टर्मिनल सहित सांताक्रूज को चेंबूर हाईवे से जोड़ने के लिए बना यह पुल अब जानलेवा साबित हो रहा है। एससीएलआर पर अवसर दो पहिया और ऑटो रिक्शा में भिडंत भी होता है। सुमननगर ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी संजय भालेराव के अनुसार एससीएलआर पर फुटपाथ होने के बावजूद दो पहिया चलाने वाले पुल की सुरक्षा दीवार से टकराते हैं।

बताया जाता है कि हाई स्पीड के कारण दो पहिया (मोटर सायकल) चालक अक्सर अपना नियंत्रण खो देते हैं और डिवाईडर या पुल की सुरक्षा दीवार से टकराते हैं। जिसके कारण किसी की मौत, तो कोई आपना हाथ पैर गंवा देता है। इस पुल पर अक्सर होने वाले हादसों में हाथ -पैर टूटना तय माना जाता है।

इस तरह के हादसों को रोकने के लिए वरिष्ठ अधिकारी भालेराव ने मनपा के एल विभाग के सहाय्यक आयुक्त से मुलाकात कर विभिन्न प्रस्ताव दिये हैं। इनमें रफ्तार पर नियंत्रण के बोर्ड, रिफ्लेक्टर, स्पीड ब्रेकर आदि का समावेश है। ट्रैफिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भालेराव के अनुसार समय रहते मनपा के अधिकारियों ने उक्त प्रस्ताव को वरीयता दी तो निशचित रूप से हादसों में कमी आएगी।

उन्होंने कहा की आए दिन होने वाले हादसों में अधिकांश नई पीढ़ी के युवा ही होते हैं। उन्होंने कहा की हादसों को टालने के लिए वर्ष 2020 से अब तक मनपा के एल विभाग को करीब आधा दर्जन पत्र दिया जा चुका है। लेकिन विभाग द्वारा कोई पहल नहीं हुई।

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