रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के दुर्गापुर पंचायत के कुरको मध्य विद्यालय स्कूल में 11 अप्रैल को सहयोगिनी संस्था द्वारा स्कूल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार सहयोगिनी संस्था द्वारा स्कूल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ाव तथा अभिवंचित वर्ग की किशोरी व् विवाहित महिलाओं के बीच जेंडर जागरूकता एवं हिंसा की रोकथाम को लेकर चर्चा किया गया।
चर्चा के दौरान सहयोगिनी के कोऑर्डिनेटर प्रकाश कुमार महतो ने बताया कि सहयोगिनी संस्था द्वारा वर्तमान में कसमार प्रखंड के हद में दुर्गापुर, बगदा, खैराचातर एवं टांगटोना पंचायत के 19 गांव में किशोरी एवं युवा महिला समूह बनाकर नेतृत्व क्षमता का विकास को लेकर ट्रेनिंग दिया जा रहा है।
साथ में उन्हें सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़कर उनके जीवन में बदलाव लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जेंडर, घरेलू हिंसा एवं बाल संरक्षण को लेकर समूह में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्कूलों में सुरक्षित और जागरूक माहौल बनाना हमारे भविष्य की नींव है। हर बच्चे को गरिमा के साथ जीवन जीने एवं आगे बढ़ने का अधिकार है।
एनिमेटर विनीता देवी ने बताया कि दुर्गापुर पंचायत में किशोरी समूह एवं युवा महिला समूह के साथ मिलकर काम कर रहे है। जिसमे किशोरियों के जीवन कौशल, नेतृत्व क्षमता को विकसित किया जा रहा है। शिक्षक संजय महतो ने कहा कि किशोरावस्था में बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक शिक्षा बहुत जरूरी है। बच्चों के विकास के लिए इस तरह की गतिविधियां बहुत ही जरूरी है। कहा कि बाल विवाह होने से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचता है।
बाल विवाह से बच्चे, खासकर लड़कियां गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी जटिलताओं का शिकार हो जाती है, जो उनके लिए जानलेवा भी हो सकता है। बाल विवाह के कारण विशेषकर लड़कियों को स्कूल छोड़ना पड़ता है, जिससे वे शिक्षा एवं कौशल विकास के अवसरों से वंचित रह जाती है।
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