रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के बगदा पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय रघुनाथपुर में सहयोगिनी संस्था द्वारा स्कूल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह आयोजन 16 अप्रैल को किया गया, जिसमें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ाव तथा अभिवंचित वर्ग की किशोरी तथा महिलाओं के बीच जेंडर जागरूकता एवं हिंसा की रोकथाम को लेकर चर्चा किया गया।
चर्चा के दौरान सहयोगिनी के समन्वयक प्रकाश कुमार महतो ने बताया कि सहयोगिनी संस्था के द्वारा कसमार प्रखंड के हद में दुर्गापुर, बगदा, खैराचातर एवं टांगटोना पंचायत के 19 गांव में किशोरी एवं युवा महिला समूह बनाकर नेतृत्व क्षमता विकसित करने सहित सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़कर उनके जीवन में बदलाव लाया जा रहा है। बताया कि जेंडर, घरेलू हिंसा, पोषण, स्वास्थ, बाल विवाह एवं बाल संरक्षण को लेकर समूह द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि स्कूलों में सुरक्षित और जागरूक माहौल बनाना हमारे भविष्य की नींव है। हर बच्चे को गरिमा के साथ जीवन जीने एवं आगे बढ़ने का अधिकार है। संस्था की एनिमेटर संगीता देवी ने बताया कि बगदा पंचायत में किशोरी समूह एवं युवा महिला समूह के साथ मिलकर वे काम कर रहे है, जिसमे किशोरियों के जीवन कौशल, नेतृत्व क्षमता को विकसित किया जा रहा है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश नायक ने कहा कि किशोरावस्था में बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक शिक्षा बहुत जरूरी है। बच्चों के विकास के लिए इस तरह की गतिविधियां बहुत ही जरूरी है। कहा कि बाल विवाह होने से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचता है।
बाल विवाह से बच्चे, खासकर लड़कियां गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी जटिलताओं का शिकार हो जाती है, यह उनके लिए जानलेवा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के कारण विशेषकर लड़कियों को स्कूल छोड़ना पड़ता है, जिससे वे शिक्षा एवं कौशल विकास के अवसरों से वंचित रह जाती है। कार्यक्रम के दौरान अंजली, प्रतिमा, रुपा, निशा, काजल, सपना, प्रिया, खुशी आदि उपस्थित थी।
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