ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। गिरीडीह के बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा संचालित सरस्वती संस्कार केंद्र धरियाडीह में 14 जनवरी को मकर सक्रांति उत्सव मनाया गया।
मौके पर नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, समिति सदस्य रामजी राम एवं प्रधानाचार्य शिव कुमार चौधरी ने दीप जलाकर उत्सव प्रारंभ किया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा कि संक्रांति प्रतीक है सामाजिक समरसता, एकता व बंधुत्व का। गुड़ के बिना तिल का महत्व नहीं है। उसी प्रकार यह पर्व एक दूसरे के महत्व को समझते हुए समाज में समरस होकर रहने का संदेश देता है। नगर थाना प्रभारी ने कहा कि सेवा बस्ती में विद्यालय द्वारा संचालित सरस्वती संस्कार केंद्र में आकर वे काफी प्रसन्नता महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस बस्ती के बच्चे केंद्र पर आकर संस्कार ग्रहण कर अपने परिवार एवं देश के भावी नागरिक बने ऐसी शुभकामना है। रामजी ने कहा कि यहां के बच्चे संस्कारी बनकर राष्ट्र जीवन में परिवर्तन के संकल्प के साथ आगे बढ़कर, सामाजिक एकता एवं भेदभाव को भुलाकर एक सशक्त समाज का निर्माण करें।
राजेंद्र लाल बरनवाल ने कहा कि यहां के बच्चे जो समाज में अपने आप को उपेक्षित समझते हैं, वैसे बच्चे केंद्र में आकर संस्कारवान बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि तिल के लड्डुओं से हम एक दूसरे से मिलकर रहने का ज्ञान लें तो जीवन में नया सवेरा जरूर आएगा।
मौके पर उपस्थित बच्चों के साथ मिल बैठकर तिलकुट खाने का परम आनंद महसूस किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नागमणि कुमार, संस्कार केंद्र प्रमुख नारायण दास, शिक्षिका पूनम कुमारी एवं अनिल दास की सराहनीय भूमिका रही।
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