छपरा, सोनपुर, दिघवारा सहित विभिन्न प्रखंडों के लगभग 32 पंचायत बाढ़ से प्रभावित
प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। गंगा एवं सरयू नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर सारण जिला प्रशासन सतर्क एवं अलर्ट मोड पर है। जिला के हद में सोनपुर, गड़खा, दिघवारा, डोरीगंज, छपरा सदर एवं रिविलगंज प्रखंड के लगभग 32 पंचायत नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ से प्रभावित है।
नदियों के बढ़ते जलस्तर से निबटने को लेकर सारण के प्रभारी जिलाधिकारी सह उपविकास आयुक्त ने 19 सितंबर को सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंडों के वरीय प्रभारी, प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की, जिसमें उपरोक्त जानकारी दी गई।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंडों के वरीय प्रभारी, अंचलाधिकारी एवं बाढ़ नियंत्रण अभियंता लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं। उपरोक्त पदाधिकारियों को निरंतर स्थिति पर नजर बनाये रखने को कहा गया है।
बताया जाता है कि मनियार एवं अन्य स्थलों पर कटाव से क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मती की गई है। कुछ जगहों पर जारी कटाव निरोधी कार्यों पर निरंतर निगरानी रखते हुये पूर्ण कराने को कहा गया। कहा गया कि सभी अंचलाधिकारी आवश्यकता होने पर आश्रय स्थल एवं सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
इसके लिये सभी को पूर्व तैयारी रखने को कहा गया।जहां भी यातायात की दृष्टिकोण से नाव आवश्यक हो, वहां स्थानीय स्तर पर नाव परिचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। प्रशासनिक स्तर पर अभी तक प्रभावित पंचायतों में 86 नावों का परिचालन किया जा रहा है। आवश्यकतानुसार अन्य स्थलों पर भी नावों की व्यवस्था की जा रही है।
जिले के सिताब दियारा, अकिलपुर एवं कुछ अन्य स्थलों पर चिकित्सीय सुविधा के लिए नाव उपलब्ध कराया जा रहा है।
*ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त उपलब्धता-सिविल सर्जन*
बैठक में जिला सिविल सर्जन ने बताया कि ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
पानी निकलते ही इसका छिड़काव प्राथमिकता से कराया जायेगा। कहा गया कि रिविलगंज में जल जमाव के कारण ऊंचे स्थान/ सड़क पर आने वाले बाढ़ पीड़ितों के बीच पॉलिथीन शीट वितरित करने का निर्देश अंचलाधिकारी को दिया गया है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि सिताब दियारा में आवश्यक दवाओं के साथ पशु चिकित्सकों की टीम कैम्प कर रही है। अन्य स्थलों पर भी आवश्यक पशु दवाओं के साथ चिकित्सीय दल को अलर्ट रखा गया है।
पथ निर्माण से संबंधित सभी अभियंताओं को अपने क्षेत्राधिकार की सड़कों की क्षति का आकलन कर सूचिबद्ध करने को कहा गया। क्षतिग्रस्त पथों को तत्काल मोटरेबल बनाने तथा आगे इसे सुदृढ़ करने के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
बताया जाता है कि प्रभारी जिलाधिकारी एवं अपर समाहर्त्ता ने स्वयं रिविलगंज, डोरीगंज एवं छपरा सदर के कई प्रभावित पंचायतों एवं स्थलों का निरीक्षण किया तथा संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बताया गया है कि गंगा एवं सरयू नदी के जलस्तर में 20 सितंबर से गिरावट की संभावना है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है तथा घबड़ाने की जरूरत नहीं है।
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