चिकित्सा क्षेत्र में नई गाथा गढ़ने को अग्रसर साई सेवा केंद्र

विजय कुमार साव/गोमिया (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में गोमिया-कथारा मुख्य मार्ग पर स्वांग स्थित श्रीसाईं सेवा केंद्र चिकित्सा क्षेत्र में दशको से यहां के मरीजों को सेवा देते हुए उन्हें भला चंगा कर रहा है। यहां एक्यूप्रेसर तथा एक्यूपंचर विधि से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यह हम नहीं बल्कि यहां इलाजरत दर्जनों मरीजों ने बताया।

ज्ञात हो कि, श्रीसाई सेवा केंद्र में अब तक ब्रेन हेमरेज, पैरालिसिस, सायटिका, सर्वाइकल पेन, साइटिका सहित कई गंभीर रोगों का सफल इलाज किया जा चुका है।
इस संबंध में 19 मई की संध्या केंद्र के मुख्य चिकित्सक डॉ संतोष कुमार ने बताया कि पिछले लगभग 25 वर्षों से वे क्षेत्र में एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति के माध्यम से असाध्य रोग का सफल इलाज कर चुके हैं। इसके कई उदाहरण जिला के हद में ललपनिया, गोमिया, बोकारो थर्मल, कथारा आदि जगह से इलाज करा चुके मरिज इसकी तस्दीक कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इस केंद्र में एक्यूपंक्चर के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड पा चुके उनके पुत्र डॉ सजल राज द्वारा बीते लगभग 4 वर्षों से यहां मरीज को सेवा दी जा रही है। इस संबंध में केंद्र की संचालिका रेखा रानी ने एक्यूपंक्चर विधि के संबंध में बताया कि यहां आधुनिक तथा अत्याधुनिक यंत्रों के माध्यम से स्लिप डिस्क, सर्वाइकल, गठिया, किडनी, लिवर, माइग्रेन, स्टीयोपेनिया, स्टीयोपोरीसिस सहित दर्जनों प्रकार के मानव अंगों में होने वाले जटिल से जटिलतम असाध्य रोगों का ईलाज किया जा रहा है।

डॉ सजल राज ने बताया कि केंद्र से ब्रेन हेमरेज ग्रसित स्वागं रहिवासी रामलखन, स्लीप डिस्क, साइटिका, से ग्रस्त ढेढे रहिवासी शंभू प्रजापति, तेनुघाट के वरीय अधिवक्ता सुभाष कटरियार आदि का सफल उपचार किया जा चुका है। स्वांग रहिवासी राम लखन के पुत्र के अनुसार बीते माह उसके पिता की स्थिति काफी दयनीय थी, डॉ संतोष द्वारा कई दिनों तक तो इनका इलाज घर जाकर किया गया। स्थिति में थोड़ा सुधार होने के बाद ही उन्हें केंद्र में लाया गया।

कहा कि चिकित्सकों द्वारा इनमे किसी प्रकार का सुधार नहीं होने का दावा किया गया था, बावजूद इसके वर्तमान स्थिति यह है कि काफी हद तक ठीक हो गये है, और अब चल फिर रहे है। ढेढें रहिवासी शंभू प्रजापति के अनुसार वह पहली बार यहां बीते वर्ष 8 दिसंबर को कई अपने सहयोगियों के सहयोग से उठाकर लाये गए थे। आज खुद चलकर आ जा रहे हैं।
डॉ सजल के अनुसार एलोपैथिक उपचार से काफी किफायत दर पर बिना किसी औषधिय उपयोग के यहां एक्यू प्रेशर तथा इलेक्ट्रो एक्यू पंक्चर विधि से मरीजों का उपचार किया जा रहा है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्यों न मरीज इस केंद्र की ओर रुख करें।

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