प्रबंधन के आश्वासन के बाद धरना समाप्त
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। विगत अक्टूबर माह से बोकारो जिला के हद में कथारा के कई कोलनियों सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की गंभीर समस्या बनी हुई है। बिजली संकट को लेकर स्थानीय रहिवासियों ने कई बार विभागीय अधिकारियों एवं सीसीएल कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक से इसका निदान हेतू मांग की जाती रही।
हालांकि उनकी इस समस्या समाधान को लेकर सीसीएल प्रबंधन ने विगत चार माह के भीतर करीब आधा दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर विभिन्न स्थानों से भाड़े पर मंगा चुके हैं।
परन्तु कोई भी ट्रांसफार्मर दस से पंद्रह दिन से ज्यादा चलने का नाम नहीं ले रहा है। परिणाम स्वरूप सीसीएल को करोडो रुपये का नुकसान हो चुका है। साथ ही बिजली संकट की मार झेल रहे कथारा वासियों को भी स्थायी रूप से समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
इसे लेकर 14 फरवरी को कथारा चार नंबर स्थित विद्युत सब-स्टेशन के पास स्थानीय महिलाओं ने जोरदार धरना-प्रदर्शन कर प्रबंधन के प्रति आक्रोश जताया।
इस विषय को लेकर कांग्रेसी नेता व राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ (ददई गुट) के सीसीएल रिजनल अध्यक्ष मो. इसराफिल उर्फ बबनी ने दूरभाष पर कथारा महाप्रबंधक एम के पंजाबी से बात की। इस विषय पर महाप्रबंधक पंजाबी ने दो दिन बाद इसके समाधान करने की बात कही।
जिस पर बबनी, हासिम अंसारी आदि ने धरना पर बैठी महिलाओं के बीच पुनः आकर आश्वासन दिया कि महाप्रबंधक के कथनानुसार दो दिन बाद समस्या का समाधान हो जाएगा। यदि इसके वाबजूद भी समाधान नहीं होता है। तब आंदोलन का दूसरा रूप अपनाया जाएगा। इसी आश्वासन पर महिलाओं ने धरना वापस लिया।
उक्त जानकारी देते हुए भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के कथारा कोलियरी शाखा सचिव राजीव कुमार पांडेय ने कहा कि उक्त धरना स्थल पर कथारा के आसपास के ग्रामीण महिलाएं उपस्थिति थी।
पांडेय के अनुसार धरना-प्रदर्शन में कुछ यूनियन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। जबकि विधि व्यवस्था को लेकर कथारा ओपी थाना के सहायक अवर निरीक्षक मोहम्मद मारूफ अंसारी दल बल के साथ मौजूद थे।
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