रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। डीपीएस बोकारो समेत झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार व उत्तर प्रदेश के कई बड़े स्कूलों में प्रिंसिपल व सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव रह चुकी रूपा सिन्हा ने 24 अप्रैल को जिला के हद में कसमार प्रखंड के खैराचातर स्थित रणविजय मेमोरियल संस्कार पब्लिक स्कूल में बतौर निदेशिका अपना योगदान दिया।
जानकारी देते हुए विद्यालय प्रबंध समिति ने बताया कि अब यह स्कूल निदेशक सिन्हा के दिशा-निर्देशन में संचालित होगा। मौके पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अन्य कर्मियों ने बुके देकर उनका स्वागत किया। वहीं, क्षेत्र के अभिभावकों ने भी खुशी जतायी है और कहा है कि निदेशक सिन्हा का इस विद्यालय से जुड़ना ग्रामीण क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इससे उनके बच्चों को बेहतरीन शिक्षा और संस्कार मिल सकेंगे।
मौके पर निदेशक सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अनेक बच्चे आर्थिक तंगी और बेहरतीन शैक्षणिक संस्थानों (स्कूलों) की कमी के कारण अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं और उनका भविष्य उज्ज्वल नहीं हो पाता है। क्योंकि, सभी के लिए बोकारो या अन्य बड़े शहरों में जाकर अपने बच्चों को पढ़ाना संभव नहीं हो पाता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां निभाने के उद्देश्य से खैराचातर स्थित रणविजय मेमोरियल संस्कार पब्लिक स्कूल में निदेशिका के रूप में अपनी सेवा देने का निर्णय लिया है, ताकि इस ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को कम से कम खर्च पर बेहतरीन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद कई बड़े शिक्षण संस्थानों एवं स्कूलों से ऑफर मिले, लेकिन अब वे शहर में नौकरी करने के बजाय गांव में जाकर वहां के बच्चों के लिए कुछ करना चाहती है, इससे उन्हें आत्मिक खुशी मिलेगी।
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