एस.पी.सक्सेना/बोकारो। एक व्यक्ति की जिंदगी को परिभाषित करने के लिए जन्म-मृत्यु दो प्रमुख घटनाएं हैं। यह न केवल एक व्यक्ति के वैधानिक अस्तित्व को दर्शाती है वरन इन घटनाओं का रजिस्ट्रेशन उस जनसंख्या का मुख्य आधारभूत सूचना स्रोत है, जिसका वह हिस्सा है l जीवन से जुड़ी घटनाओं जैसे जन्म, मृत्यु, विवाह, मृत् जन्म और तलाक के घटित होने लक्षण का निरंतर और अनिवार्य लेखन है। इन घटनाओं से संबंधित आंकड़े जीवनांत सांख्यिकी कहलाते हैं। जिसको लेकर 4 जनवरी बोकारो उपायुक्त राजेश सिंह (Bokaro deputy commissioner Rajesh singh) की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अन्तविभागीय समन्वय समिति की बैठक कार्यालय प्रकोष्ट में की गई। इस बैठक में जन्म मृत्यु की पंजीकरण की स्थिति की समीक्षा की गई। इस कार्य में जो गतिरोध आ रहे हैं उससे कैसे दूर कैसे किया जाए यह इस बैठक का मूल एजेंडा था।
उपायुक्त राजेश सिंह ने कहा कि जन्म मृत्यु पंजीकरण की सारी प्रणाली तेजी से ऑनलाइन करें ताकि इसमें आ रही समस्या को जल्द से जल्द दूर कर सम्बन्धित पदाधिकारियो को उपाय तलासे। उन्होंने सारी व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी उपस्थित पदाधिकारियो से सुझाव भी मांगा ताकि जन्म मृत्यु का समय शत प्रतिशत निबंधन सुनिश्चित हो सके। इसमें आ रही गतिरोध को दूर कर प्रखंड वार ऑनलाइन पंजीकरण की समीक्षा करने का भी उपायुक्त ने निर्देश दिया। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को कहा कि जिले के सभी पंचायत भवनों पर अवकाश के दिन जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन को सेविका व सहायिका के द्वारा अपडेट करा ले साथ ही उक्त दिन बैठक करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त जयकिशोर प्रसाद, अपर समाहर्ता विजय कुमार गुप्ता, अपर नगर आयुक्त शशिप्रकाश झा, जिला सहकारिता पदाधिकारी प्रकाश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आइलीन टोप्पो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीष वत्स सहित जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।
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