किसानों के खेतों में बिना सहमति के गाडे जा रहे हैं बिजली के खंभे
विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। गोमियां प्रखंड (Gomian block) के हद में विभिन्न ग्रामीण इलाको के रहिवासी बिजली विभाग की मनमानी से खासे परेशान हाल हैं। रहिवासी किसानों की सहमति के बिना गाडे जा रहे हैं बिजली के खंभे। समस्या के समाधान नहीं होने पर किसान आंदोलन करने के मूड में हैं।
जानकारी के अनुसार होसिर पूर्वी व साड़म पंचायत क्षेत्र के दर्जनों किसान रैयत इन दिनों अपने खेतों में लग रहे बिजली के खंभे से काफी परेशान हैं। किसानों के अनुसार बिजली के खंभे गाड़ने का काम बिजली विभाग ने एक ठेकेदार को दिया है।
उक्त ठेकेदार बिना किसानों की सहमति लिए खेतो में बिजली का खंभा गाड रहा है, जो कि सरासर गलत है। किसानों ने बिजली पोल को उखाड़ने एवं किनारे लगाने के लिए गोमियां विधायक सहित विद्युत कार्यपालक अभियंता तेनुघाट और गोमियां अंचलाधिकारी को पत्र सौंपा है, बावजूद अभी तक इस समस्या का समाधान होते नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में सभी किसान आंदोलन करने के मूड में है।
इस संबंध में झारखंड आंदोलनकारी सह किसान इंद्रनाथ साहू सहित दर्जनों किसानों ने इसका विरोध किया और कहा कि खेतो के बीचो बीच 33 हजार वोल्ट के दर्जनों बिजली के पोल को लगा दिया गया है। अब तार लगना बाकी है।
अगर ऐसा होगा तो भविष्य में किसान ना कृषि कार्य सुरक्षित ढंग से कर पाएंगे, और ना ही भविष्य में कभी मकान बना पाएंगे। साथ हीं ऐसे जगहों पर दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहेगी। भविष्य को देखते हुए सभी किसानों ने बिजली के खंभे को हटाने की मांग की है।
किसानों ने बताया कि जब खेतों के उपजाऊ भूमि पर ठेकेदार खंभे गाड रहा था, उस वक्त विरोध प्रकट कर आग्रह भी किया कि खेतिहर जमीन है। हमारे भविष्य का सवाल है, ताकि किसी अप्रिय घटना का शिकार ना होना पड़े।
बावजूद इसके बिजली विभाग की लापरवाही और ठेकेदार द्वारा किसानों के आग्रह को दरकिनार कर दिया गया। विरोध करने वालों में मुख्य रूप से किसान पंचम लाल नायक, राजेंद्र साव, राजू साव, बैजू साव, खिरोधर साव, जागेश्वर करमाली, अशोक साव, झरीराम, रामराज करमाली, राहुल राम, सरस्वती देवी, अम्बावती देवी आदि शामिल थे।
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