किसानों के साथ मनमानी बर्दाश्त नहीं-कॉमरेड सुरेंद्र
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। खेत तैयार कर आलू रोपने के इंतजार में किसान टकटकी लगाये बैठे हैं। बावजूद इसके समस्तीपुर जिला (Samastipur District) के हद में ताजपुर के अनुराग शीत भंडार किसानों का आलू 22 नवंबर से पहले निकालने को तैयार नहीं है। इसे लेकर किसान एवं कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन के बीच गतिरोध कायम है।
इस संबंध में स्थानीय किसान कुशेश्वर शर्मा ने बताया कि खेत करीब-करीब तैयार कर वे 5 नवंबर को आलू निकालने की कागजी प्रक्रिया पूरा करने अनुराग शीत भंडार गये लेकिन आग्रह को प्रबंधन ने पूरी तरह नकारते हुए 22 नवंबर के बाद आलू निकासी तारीख बताया, जबकि वहीं पर व्यापारी का आलू दनादन निकाले जाने की बात शर्मा समेत अन्य कई किसानों एवं खुद व्यापारियों ने बताया।
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक किसान ने बताया कि छठ में साजिश के तहत व्यापारियों को लाभ दिलाने के उद्देश्य से किसानों का आलू अंदर और व्यापारियों का आलू बाहर किया जा रहा है। ऐसा कारनामा ताजपुर प्रखंड एवं समस्तीपुर जिले के कई कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन कर रहे हैं।
अखिल भारतीय किसान महासभा के साथ भाकपा माले का किसानों के पक्ष में उतरने से मामला आंदोलन का रूप से लेता दिख रहा है। इस बावत किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि चौतरफा मार झेल रहे किसान का कोई सुनने वाला नहीं है।
कभी खाद-बीज-पानी की किल्लत, कभी उपज बेचने की समस्या तो कभी आलू निकासी पर रोक किसानों के साथ मजाक है। इसके खिलाफ पुरे जिले के किसान सड़क पर उतरेंगे।
भाकपा माले के ताजपुर प्रखंड सचिव कॉमरेड सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से मामले की जांच कर यथाशीघ्र किसानों की आलू निकासी कराने की मांग की है, अन्यथा किसानों के साथ मिलकर सड़क जाम आंदोलन चलाने की घोषणा की है।
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