एलपीजी गैस के गोदम का पर्दाफाश, 5 पर मामला दर्ज
मुशताक खान/मुंबई। राशनिंग विभाग के उड़न दस्ते ने भिवंडी ग्रामीण इलाके में छापा मारी कर एक ऐसे एलपीजी गैस गोदम का पर्दाफाश किया है, जो सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दशकों से आम नागरिकों के साथ साथ सरकार को बड़े पैमाने पर चुना लगा रहे थे। छापेमारी की इस कार्रवाई में पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है, बाकी 26 आरोपी अज्ञात हैं।
मुंबई राशनिंग विभाग की इस कार्रवाई में बड़े पैमाने पर 5, 14 और 19 किलोग्राम के खाली और एलपीजी गैस से भरे सिलेंडरों को भी जब्त किया है। 29 अगस्त को हुई छापामारी में लगभग 70 लाख रूपयों का माल बरामद किया गया है, इसे वर्ष 2024 की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
इस कड़ी में दिलचप्स बात यह है कि एलपीजी रसोई गैस और व्यवसायिक गैस सिलेंडरों की सप्लाई करने वाले भी इस बार विभाग और पुलिस के जाल में फंस चुके हैं। हलांकि अंडर वर्ल्ड सरग़ना के तर्ज पर कमाई के चक्कर में मुंबई में एलपीजी वार होने की संभावनाएं जताई जा रही थी।
संयुक्त कार्रवाई में 1600 सिलेंडरों सहित 13 वाहन जब्त
मिली जानकारी के अनुसार भिवंडी में भाईजान ढाबा, सावंदे गौरसै रोड (जूना नाशिक रोड) पर स्थित एमएस कंपाउंड, चावंविन्द्र के अवैध गोदाम पर मुंबई राशनिंग विभाग के उड़न दस्ते की छापामारी से दूसरे एलपीजी माफियाओं में हड़कंप मच गया है। इस छापामारी में नामजद आरोपियों में किशोर अनिल मोरे, संजय कुमार राजेश गौड़, मोहम्मद इकराम, इरफान इकबाल मोमिन, आजाद खान का समावेश है, इसके अलावा 26 आरोपी अज्ञात में कुछ चालक दल के सदस्य भी हैं।
इस कार्रवाई में एलपीजी गैस से भरे और खाली कुल 1600 सिलेंडर, 13 छोटी बड़ी वाहनों को भी जब्त किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार 68,42,270 रुपयों का माल भी पकड़ा गया। इस कार्रवाई में मुंबई राशनिंग विभाग के उड़न दस्ते के अलावा स्थानीय राशनिंग विभाग के अधिकारी भी शामिल थे।
इस कार्रवाई को मुंबई राशनिंग विभाग के मुख्य नियंत्रक सुधाकर तेलंग और सहायक नियंत्रक विनायक वसंत निकम के नेतृत्व में बखूबी अंजाम दिया गया। इस दौरान राशनिंग सतर्कता विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
बताया जाता है कि जब्त सिलेंडरों में एचपीसीएल का एचपी गैस, बीपीसीएल का बीपी गैस, सुपर गैस और गो गैस के कुल 1600 सिलेंडरों को उड़न दस्ते ने जब्त कर भिवंडी तालुका पुलिस के हवाले कर दिया। विभाग की इस कार्रवाई से मुंबई सहित पुरे राज्य के एलपीजी गैस सिलेंडर माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
जीएसटी में चोरी, सरकार को करोड़ों का चूना
सरकारी नियमों के अनुसार रसोई गैस या व्यावसायिक गैस सिलेंडरों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का प्रावधान है। इसके तहत ही देश की बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने उत्पादनों को डीलरों व एजेंसियों के जरिए अपने उपभोक्ताओं तक पहुंचाती हैं। हालांकि इसके लिए डीलरों और एजेंसियों को भी भारी भरखम कमीशन भी दिया जाता है।
बावजूद इसके एचपी गैस, बीपी गैस, सुपर गैस के खपत में भारी कमी आई है। क्योंकि अवैध रूप से सप्लाई होने वाले एलपीजी के गो गैस में सिर्फ 5 प्रतिशत ही जीएसटी भरने का प्रावधान है। इसे लेकर मौजूदा समय में एचपी गैस, बीपी गैस, सुपर गैस के सिलेंडरों में गो गैस की अल्टी पल्टी का चलन भी तेजी से बढ़ गया है। इससे आधिकारिक रूप से चलने वाली एजेंसियों और डीलरों को नुकसान का सामना करना पड़ता है।
जबकि नियमानुसार एचपीसीएल और बीपीसीएल के उत्पादन विभाग ने उपरोक्त मुद्दे की छान बीन और जांच करने के लिए दर्जनों निरीक्षकों और उनके ऊपर पदाधिकारों को नियुक्त किया है। उनका काम शहर में चल रहे कालाबाजारी और समय समय पर उपभोक्तओं की सुरक्षा के मद्देनजर सेफ्टी क्लिनिक कराने के लिए विक्रेताओं को आदेशित करना है। लेकिन यहां उलटी गंगा बह रही है, अब यही पदाधिकारी और निरीक्षक आदेश देने के बजाये वसूली करने में जुटे हैं।
क्या कहता है ओएमसीजी का नियम
आयल मार्केटिंग कंपनीज (ओएमसी) के नियमानुसार कोई भी डीलर या एजेंसी, किसी भी एक ही कंपनी का एलपीजी गैस सिलेंडर अपने किसी भी वैध उपभोक्ताओं को दे सकता है। सूत्रों की माने तो एमएस कंपाउंड के इस गोदाम से प्रतिदिन सैकड़ों सिलेंडरों की काला बाजारी की जाती थी।
इसकी जानकारी मुंबई राशनिंग विभाग के अधिकारियों को मिली थी। उक्त जानकारी के आधार पर मुख्य नियंत्रक सुधाकर तेलंग और सहायक नियंत्रक विनायक वसंत निकम के नेतृत्व में भयंकर कार्रवाई की गई। इस छापामारी में स्थानीय राशनिंग नियंत्रकों की भूमिका सराहनीय रही है।
हालांकि विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई पर सवाल भी उठने लगे हैं। चूंकि मुंबई में इस तरह के अनेक चलते फिरते अवैध गोदाम हैं, जिसे विभाग द्वारा नजर अंदाज किया जाता है। जिसका परिणाम मुंबईकरों को अपनी जान और माल गवा कर चुकानी पड़ती है। एलपीजी गैस सिलेंडरों के क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न डीलरों और एजेंसियों के मालिकों ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि मुंबई राशनिंग विभाग की अनदेखियों का नतीजा हर मुंबईकर देख चूका है।
एक एजेंसी के मालिक ने बताया कि मौजूदा आरोपियों में से एक ऐसा भी है, जो राशनिंग विभाग के अधिकारियों के बदौलत दूसरे डीलरों और एजेंसियों को डरा कर हर माह करोड़ो की कमाई करता है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि जब चिंगारी लगी है तो कभी भी शोला का रूपधारण कर सकती है।
Tegs: #Rationing-department-raided-bhiwandi-seized-goods-worth-rs-70-lakh
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