राक्षस महिषासुर अधर्म एवं माँ दुर्गा धर्म का प्रतीक हैं-स्मिता भास्कर
विद्यालय की पहचान उसके बिल्डिंग से नहीं, अच्छी पढ़ाई से होती है-मुख्य महाप्रबंधक
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा में नवरात्र सेलिब्रेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सेल गुआ मुख्य महाप्रबंधक कमल भास्कर एवं महिला समिति अध्यक्ष स्मिता भास्कर की अध्यक्षता में उक्त कार्यक्रम आयोजित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक हवन के साथ की गई। जिसमें सभी सेल के पदाधिकारी, मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि ने स्कूल के प्राचार्या एवं बच्चों के साथ जनकल्याण के लिए हवन कर पूर्णाहुति दी। कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या उषा राय की अगुवाई में धर्म शिक्षक राजवीर सिंह एवं आशुतोष शास्त्री ने वैदिक मंत्र का उच्चारण कर वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य अतिथि महिला समिति अध्यक्षा स्मिता भास्कर ने बच्चों को नवरात्र के आयोजन का महत्व बताया। साथ ही संदेश दिया कि राक्षस महिषासुर अधर्म का प्रतीक एवं माँ दुर्गा धर्म का प्रतीक हैं। अतः प्रत्येक मनुष्य को महिषासुर रूपी अधर्म को नाश कर, धर्म रूपी मां दुर्गा की शक्ति को अपनाना चाहिए।
सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक कमल भास्कर ने कहा कि डीएवी गुवा निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की पहचान उसके बिल्डिंग से नहीं, बल्कि अच्छी पढ़ाई, अच्छे शिक्षक एवं प्राचार्य से होती है।
डीएवी गुवा के बारे में उन्होने कहा कि विद्यालय की उपलब्धियां विद्यालय की पहचान बना रही है। बच्चों को सदैव अच्छे अंक प्राप्त हेतु न्यूनतम 72 प्रतिशत मार्क्स लाने को कहा। उन्होंने विद्यालय मे अनुशासित रहने के लिए बच्चों को प्रेरित करते हुए अनुशासन का महत्व बताया।
इस अवसर पर सेल गुआ महाप्रबंधक श्रीमंत नारायण पंडा, महाप्रबंधक संजय बनर्जी, उप प्रबंधक नरेंद्र कुमार झा व सीआईएसएफ महिला समिति संरक्षिका सुषमा चंदन ने भी अपने विचारों से बच्चों को नवरात्र का संदेश दिया।
आयोजित कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कक्षा नवम एवं दशम के बच्चों द्वारा स्वागत गीत के साथ-साथ सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति की गई। मां दुर्गा के नौ रूपों का जीवंत प्रदर्शन कक्षा एलकेजी से कक्षा चतुर्थ के बच्चों ने प्रस्तुत किया। कक्षा चतुर्थ से पंचम तक के बच्चों ने फैंसी ड्रेस के माध्यम से दशहरा की महत्ता को राम, रावण, हनुमान, लक्ष्मण, सीता के रूपों में दर्शाया।
स्कूल की प्राचार्या उषा राय ने कहा कि नवरात्र एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है नौ रातों का समय। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान शक्ति की देवी की पूजा की जाती है। उन्होंने बच्चों को प्रेरणा दायी बातों को बताकर जीवन में सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने के लिए दिशा निर्देश दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं आगंतुक अतिथियों को वातावरण की सुंदरता को बनाए रखने हेतु पर्यावरण का संदेश देने वाले नन्हे पौधे उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। साथ ही महिला समिति अध्यक्षा एवं मुख्य महाप्रबंधक को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के सभी शिक्षकों को विद्यालय प्रबंधन द्वारा दशहरा के महत्व को दिशा निर्देशित करती हुई उपहार प्रदान की गई।
स्कूली बच्चों खुशी गोस्वामी, अन्वेशा कॉजी लाल, साक्क्षी गुडिया, शुभ सिन्हा, रोहित, राजवीर थापा, शुभ्रांशु पंडा व अन्य दर्जनों बच्चों की भूमिका रंगा रंग कार्यक्रम में सराहनीय रही। कार्यक्रम में मंच संचालन कक्षा दशम की श्रेया आचार्य एवं एकादश की ऋषिता सामन्ता ने बखूबी निभाया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सह मंच संचालन इतिहास के वरीय शिक्षक पीके आचार्या द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समायोजन एवं आयोजन में स्कूल के सभी शिक्षकों का अग्रणी योगदान रहा।
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