एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। रांची नगर निगम सिटीजन फोरम की एक बैठक 29 जनवरी को वार्ड-3 के रहजवासियों के साथ मोहराबादी स्थित मां सोना कालिंदी अपार्टमेंट में आयोजित किया गया। अध्यक्षता फोरम के संयोजक दीपेश निराला ने की।
बैठक में फोरम के सदस्य और अर्बन खेती से जुड़े विशेषज्ञ विनोद कुमार ने उपस्थित रहिवासियों को उनके किचन से निकलने वाले वेस्ट अर्थात फल सब्जी के छिलके इत्यादि का सदुपयोग कर उसे कंपोस्ट खाद में बदलने की तकनीक बताते हुए इसके फायदे बताये।
उन्होंने बताया कि बायोडिग्रेडेबल वेस्ट पदार्थ 6 घंटे में ही डीकंपोज होने लगता है। 12 घंटे में उससे बदबू आना शुरु हो जाता है। यह आज नगरीय क्षेत्र में रहिवासियों की एक बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है, क्योंकि नगर निगम की कचरा उठाव टीम नियमित रूप से प्रतिदिन कई जगहों पर नहीं पहुंच पाती है। जिस कारण जब यह पदार्थ सड़ने लगता है और इससे दुर्गंध फैलने लगती है तो स्थिति बद से बदतर हो जाती है। इसी समस्या पर उन्होंने उपकरण के साथ किचन वेस्ट को कंपोस्ट खाद में बदलने की पूरी प्रक्रिया को डेमोंसट्रेशन के साथ समझाया।
इस अवसर पर रांची नगर निगम सिटीजन फोरम के संयोजक दीपेश निराला ने उपस्थित जनों से अपील करते हुए कहा कि सभी शहरवासी इस सरल पद्धति को अपनाकर अपने किचन वेस्ट से अपने किचन गार्डन और फल-फूल-सब्जी के गमलों के लिए खुद से कंपोस्ट खाद बनाएं और नगर निगम के कुल बजट का अधिकतर भाग जो केवल कचरा निस्तारण में खर्च हो रहा है, उससे नगर निगम को राहत प्रदान करने में सहायक बनें।
इस अवसर पर फोरम के संयोजक दीपेश निराला, रेणुका तिवारी, प्रभात कुमार सहाय, मनोज कुमार सिंह, सुशील क्रांतिकारी, चंद्रशेखर वर्मा, रंजन कुमार, अजय दुबे, संदीप कुमार, अनंत कुमार, शत्रुघन लाल, राकेश रंजन, विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा, पंचानंद तिवारी, आदि।
उज्जवल कुमार महतो, नंदन सेन, सचिन कुमार, अरुण कुमार राज, सुशील भैया, शिवानी लता, रानी तिवारी, आरती तिवारी, कुमारी नमिता, दीपावली देवघरिया, सुमन तिवारी, राजेश कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन रेणुका तिवारी ने किया।
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