धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। हजारीबाग जिला (Hazaribag District) के हद में विष्णुगढ़ प्रखंड के ग्राम चौथा में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का ग्राम स्वराज का सपना को गांधीवादी ग्रामीण अनुयायियों ने 1958 ईस्वी में यहां साकार किया। यहां रामराज्य महोत्सव की धूम मची है।
चैत्र मास के सप्ताहांत के त्रयोदशी तिथि से वैशाख प्रवेश कृष्ण पक्ष की पहली तिथि चार दिनों का यह उत्सव यहां धूमधाम से मनाया जाता है। चौथा पंचायत के अंदर तब 12 गांव थे। ग्रामीण सहयोग समिति का गठन भी यहां उसी समय हुआ था। हिंदू , मुसलमान और इनमें पिछड़ी जातियों को समान जिम्मेदारियां सौंपी जाती थी।
शराब, मांस भक्षण पर सख्त पाबंदी होती थी। रामराज्य का दरबार में राम लक्ष्मण सहित चार भाइयों की मूर्तियां गुरु वशिष्ठ, भगवती सीता और भक्त हनुमान सात मूर्तियां जो आज भी बनाई जाती है। ये मूर्तियां सामाजिक समरसता का प्रतीक के रूप में तब भी बनती थी।
भेदभाव, छुआ-छूत, जाति-धर्म के कथित दोषों से दूर सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की विशाल विचारधारा पर आधारित राम की पूजा और दुआ मुख्य उद्देश्य था।
आज भी रामराज्य चौथा बस्ती में कायम है। सिर्फ गांव वाले ही आयोजन करते हैं। इस बार यह आयोजन 15, 16, 17, 18 अप्रैल को हो रहा है। बारह गांव अब तीन पंचायतों में बंट गए और चौथा अल्पीटो पंचायत बन गया, किंतु राम का दरबार आज भी चौथा में कायम है।
इलाके भर के सभी ग्रामीण जन समाज के लिए क्षमता, सहयोग, धर्मनिरपेक्षता का पवित्र उद्देश्य लेकर हाजिर होते हैं। शाक द्वीपीय मग ब्राह्मण महासंघ झारखंड का संवाद वाहक मजदूत यहां ग्रामीण उद्देश्यों को सार्वजन को प्रकाशवान बनाने में सहायक होता है।
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