एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में बेरमो कोयलांचल के सीसीएल बीएंडके क्षेत्र का भविष्य बेहतर है। कई परियोजना क्षेत्रों में भूमि विवाद के बावजूद भी क्षेत्र अपने उत्पादन लक्ष्य को हर हाल में पूरा करेगा।
उक्त बातें सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के महाप्रबंधक के. रामकृष्णन ने 7 सितंबर को करगली स्थित अपने कार्यालय कक्ष में कही। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के प्रथम तिमाही तक क्षेत्र का ग्रोथ हालांकि लक्ष्य के अनुरुप नहीं रहा।
बावजूद इसके क्षेत्र वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक निर्धारित लक्ष्य 90 लाख टन (9 मिलियन टन) कोयला उत्पादन लक्ष्य को पूरा करेंगी। इसके पीछे सबसे बड़ी बात स्थानीय ग्रामीणों का सहयोग, अधिकारियों तथा कर्मचारियों की लगन व मेहनत तथा ट्रेड यूनियन नेताओं का प्रबंधन के प्रति सकारात्मक रूख है।
उन्होंने बताया कि बीएंडके क्षेत्र प्रथम तिमाही में वार्षिक लक्ष्य से 11 प्रतिशत कम कोयला उत्पादन वृद्धि, ओबी में माइनस 5 प्रतिशत तथा ऑफटेक में माइनस 14 प्रतिशत कार्य कर पाया है। जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 के वनिस्पत चालू वित्त वर्ष 2024-25 के रैक ढुलाई मामले में बेहतर रहा है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में हुए रैक ढुलाई से 98 रैक अधिक कोयले की ढुलाई बीएंडके क्षेत्र कर चुकी है।
महाप्रबंधक रामकृष्णन के अनुसार क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या रैयतों को दिए जाने वाली सुविधाओं जिसमें शिफ्टिंग मुख्य है। उन्होंने बताया कि अधिकृत भूमि से कहीं ज्यादा संख्या दावेदारों की है, जिसके कारण दावा पूर्ति में सीसीएल को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि कारो के विस्थापितों की शिफ्टिंग के अलावा एकेकेओसीपी के विस्थापितों के मामले में कई अर्चन देखी जा रही है, जिसे समय रहते दूर कर लिया जाएगा।
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