एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)(Bihar)। किसान के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लाया गया तीनों काला कानून का असर आलू-प्याज की बढ़ती कीमत के रूप में आम जनता के सामने हैं। किसान के हाथों से कृषि उत्पाद निकलते ही कॉरपोरेट कंपनी एवं जमाखोर इस कानून की कमजोरी का लाभ जमकर उठा रहे हैं। इससे किसानों की बची-खुची कमर पूरी तरह टूट जाएगी। ऐसी किसान विरोधी जदयू – भाजपा सरकार को अपने वोट के जरीये किसान उखाड़ फेंकेगी। उक्त बातें समस्तीपुर जिला के हद में 1 अक्टूबर को मुक्तापुर स्टेशन के समक्ष स्थित चुनाव कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए देश के चर्चित किसान नेता सह भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य राजाराम सिंह ने कही। मौके पर बेगुसराय के जिला सचिव दीवाकर प्रसाद, माले पोलित ब्यूरो सदस्य प्रभात कुमार चौधरी, जीबछ पासवान, प्रो० उमेश कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री के समस्तीपुर आगमन पर प्रशासन द्वारा मथुरापुर सब्जी मंडी बंद करने के आदेश का विरोध करते हुए कहा कि किसानों के काटे गये बर्बाद सब्जी का मुआवजा प्रशासन किसानों को दे। माले नेता ने कहा कि देश के नौजवानों को आगे लाने के बजाए मोदी सरकार युवा नेता तेजस्वी यादव का विरोध कर रहे हैं। अकेले चुनाव कैंपेन में उतरे तेजस्वी को हराने के लिए नीतीश- मोदी सरकार के फौज-फाटक से लेकर कई मुख्यमंत्री के अलावे केंद्रीय मंत्रीमंडल बिहार में उड़नखटोला लेकर उड़ रहे हैं। उनके भाषण से रोजगार, स्वास्थ, आवास, आरक्षण, समान काम के बदले वेतन, पेंशन, निजीकरण, भूमि सुधार, मनरेगा, स्कीम वर्कर आदि के मुद्दे गायब है। जबकी भाकपा माले महागठबंधन के साथ इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनाव अभियान संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा- जदयू का टेंट-तंबू खाली हो रहा है। उनके कार्यकर्ता हताश हैं। क्षेत्र भ्रमण के बाद उन्हें पूरा विश्वास है कि मतदाता समस्तीपुर जिला के दसों विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन उम्मीदवार को जीताकर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाने का मौका देगी।
कार्यालय संवााददाता/
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