रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। देश में आजादी के बाद राजशाही खत्म होने के बाद स्थानीय राजा द्वारा सरकार को सौंपी गई गैर मजरूआ जमीन का लेखा-जोखा रिकॉर्ड रूम में वर्षों से पड़ा है। अब यह खुलासा हो रहा है कि बोकारो जिले में कुछ भू-माफिया और अंचल कार्यालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से इन जमीनों पर फर्जी हुकुमनामा बनाकर रसीदें निर्गत की गईं और जमीनों की अवैध बिक्री की गई है।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी रिकॉर्ड में स्पष्ट उल्लेख है कि राजा ने कितनी जमीन सरकार को दी थी, लेकिन रिकॉर्ड रूम में रखे दस्तावेजों को नजरअंदाज कर अधिकारियों ने मिलीभगत कर इन जमीनों का गलत तरीके से बंदोबस्त कर दिया। यदि किसी ईमानदार अधिकारी से इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए, तो बोकारो जिले के लगभग सभी अंचलों में फैले इस जमीन घोटाले का पर्दाफाश संभव है।
जांच की शुरुआत रिकॉर्ड रूम में मौजूद राजा द्वारा दी गई जमीन के कागजातों से की जा सकती है, जिससे कई भू-माफियाओं की साजिश और भ्रष्ट अधिकारियों की भूमिका उजागर हो सकती है।
35 total views, 35 views today