मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने का उद्देश्य
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला में स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बनाने तथा सुदृढ़ीकरण को लेकर विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, ताकि मरीजों को बेहतर और उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जाये। अब जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक के ओपीडी सेवा को सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अहम कदम उठाया है। इसके लिए क्यू मैनेजमेंट सिस्टम के तहत टोकन डिस्प्ले डिवाइस (इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस) और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की पूर्ण स्थापना की जायेगी।
इस संबंध में 21 जनवरी को विभागीय स्तर पर बताया गया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को इस आशय का आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। इस पहल का उद्देश्य अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाना, समयबद्ध सेवा प्रदान करना और अस्पतालों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, यह प्रणाली अस्पतालों में भीड़ प्रबंधन को भी सरल बनाएगी और मरीजों के अनुभव को बेहतर बनाएगी।
कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि ओपीडी पंजीकरण काउंटर से मरीजों का चिकित्सकवार टोकन नंबर जनरेट किया जाएगा। पंजीकृत मरीज को टोकन नंबर और संबंधित चिकित्सक का नाम अंकित टोकन स्लिप प्रदान की जाएगी। मरीज संबंधित चिकित्सक के कक्ष के सामने अपनी बारी का इंतजार कर सके। इस पहल के अंतर्गत मरीजों की जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रत्येक चिकित्सक के कक्ष के दरवाजे पर चिकित्सक का नाम और टोकन नंबर डिस्प्ले डिवाइस पर दिखेगा, ताकि मरीजों को अपनी बारी का पता चल सके। इसके साथ ही नर्सिंग डेस्क पर भी मरीजों के टोकन नंबर को डिस्प्ले किया जाएगा।
इस सिस्टम का एक और महत्वपूर्ण पहलू दवा वितरण काउंटर है, जहां मरीजों को उनके टोकन नंबर के अनुसार दवाएं दी जाएंगी।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से दवा वितरण काउंटर पर मरीजों के नाम और टोकन नंबर की घोषणा की जाएगी, ताकि कोई मरीज अपनी बारी से छूट न जाए। इसके अलावा, काउंटर पर मरीजों का टोकन नंबर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस पर दिखाई देगा, जिससे वे अपनी बारी का सही समय जान सकेंगे। यह व्यवस्था जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक लागू की जाएगी।
इस नई प्रणाली के जरिए ओपीडी में मरीजों की भीड़ को अच्छे तरीके से प्रबंधित किया जा सकेगा। मरीजों को अपने टोकन नंबर के अनुसार बारी मिल सकेगी, जिससे अस्पताल के भीतर भीड़ कम होगी और अधिक व्यवस्थित तरीके से सेवाएं दी जा सकेंगी। इसके अलावा, इस प्रणाली से अस्पतालों में पारदर्शिता बढ़ेगी, क्योंकि मरीजों को यह पता रहेगा कि उनकी बारी कब आने वाली है और उन्हें किस चिकित्सक से इलाज मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अस्पतालों की कार्य प्रणाली में सुधार होगा और मरीजों को अधिक सुविधाजनक अनुभव मिलेगा।
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