रंजन लाला/कसमार (बोकारो)। पुरुलिया वन प्रमंडल झालदा वनक्षेत्र के अधिकारियों ने 8 मई को झारखंड-बंगाल सीमा के विवादित स्थल सेवाती झरना का मापी किया। मापी में विवादित सेवाती झरना का क्षेत्र बंगाल सीमा में ही बताया गया।
जानकार बताते हैं कि हालांकि, मापी में लगभग एक कड़ी का अंतर आया हैं। मापी के दौरान बोकारो वन प्रमंडल पेटरवार वन क्षेत्र के अधिकारी भी मौजूद थे। मापी झारखंड एवं बंगाल दोनों सीमा क्षेत्र से किया गया।
यहां झारखंड सीमा से सटे गांव झुमरा, पाड़ी, पिरगुल, मुरहुलसूदी के दर्जन भर रहिवासी मौजूद थे। ग्रामीणों ने मापी को मंजूर नहीं किया और सेवाती झरना स्थल को झारखंड की सीमा के अंदर बताते हुए विरोध किया।
इधर बंगाल वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मापी कर स्थल चिन्हित करते हुए शाम होने के कारण निकल गये। इस संबंध में बंगाल के रेंज अधिकारी ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का बयान पुरुलिया डीएफओ ही देंगे।
सिर्फ इतना कहा कि मापी संबंधी रिपोर्ट बोकारो डीएफओ को दे दिया जायेगा। मौके पर महेंद्र नाथ महतो, गोविंद मुंड़ा, सोमर महतो समेत अन्य ग्रामीण रहिवासी मौजूद थे।
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