दृष्टिबाधित बच्चों ने सोनपुर मेला के मुख्य मंच से आपदा से बचने के दिए मंत्र
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर मेला के मुख्य मंच पर 11 दिसंबर को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन मंत्रालय प्राधिकरण ने एनसीसी उड़ान, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, नागरिक सुरक्षा, एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवा टीम के सहयोग से शीतलहर से बचाव और सड़क सुरक्षा विषय पर जन जागरूकता रैली का आयोजन किया। रैली का फ्लैग ऑफ प्राधिकरण के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ उदय कांत, सदस्य पी.एन. राय, कौशल किशोर मिश्र, नरेंद्र कुमार सिंह और प्रकाश कुमार ने किया।
इस रैली में प्राधिकरण के सचिव मो. वारिस खान, विशेष सचिव आशुतोष सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी मो. मोइज़उद्दीन, रेडक्रॉस के उपाध्यक्ष उदय शंकर सिंह और पटना जिला रेडक्रॉस अध्यक्ष डॉ विनोद भांति एवं प्राधिकरण के पदाधिकारीगण सहित लगभग 150 गणमान्य जनों ने भाग लिया। रैली प्राधिकरण के पवेलियन से प्रारंभ होकर महेश्वर चौक, सोनपुर रेलवे स्टेशन, लकड़ी बाजार, चिड़ीया बाजार, मेला क्षेत्र से होते पुनः पवेलियन में लौट आई।
प्राधिकरण के पवेलियन में बालिका मध्य विद्यालय बैजलपुर के बच्चों ने विभिन्न आपदाओं से बचने के उपायों को सीखा। इस कार्यक्रम में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई और विजेताओं को पुरस्कार दिए गए।
विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले के मुख्य मंच पर अंतर ज्योति नेत्रहीन बालिका विद्यालय परिवार कुम्हरार, पटना की दृष्टि बाधित बच्चियों ने आपदा से बचने के तरीके बताए। इन बच्चियों ने प्राधिकरण के पवेलियन में स्वयं स्टॉल का संचालन कर आत्म निर्भरता का संदेश भी दिया।
प्राधिकरण द्वारा वर्चुअल रियलिटी (वीआर) प्रशिक्षण मॉड्यूल से आग, वज्रपात, भूकंप और सड़क सुरक्षा जैसी आपदाओं से बचाव के उपायों की जानकारी दी गयी। 360 डिग्री में वीआर तकनीक से मेला दर्शक, पर्यटक व् रहिवासी इन आपदाओं से बचाव के तरीकों को देख और सीख रहे हैं। प्राधिकरण के पवेलियन में एसडीआरएफ, युगांतर, उत्कर्ष एक पहल, नागरिक सुरक्षा, एनएसडीसी, अग्निशमन सेवा, एनसीसी उड़ान के माध्यम से जनजागरुकता कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ी।
ज्ञात हो कि, सोनपुर मेला में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जैसे कठपुतली शो, नुक्कड़ नाटक और चित्रकला प्रतियोगिताऐं, जिससे आमजनों को आपदाओं से बचने के उपायों की जानकारी दी जा रही है। साथ ही, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा भूकंप रोधी मकान निर्माण के सुझाव दिए जा रहे हैं। साथ हीं एसडीआरएफ द्वारा प्राथमिक चिकित्सा, सड़क दुर्घटनाओं और सर्पदंश से संबंधित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
30 total views, 30 views today