झारखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का रांची में आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन
एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले 4 अक्टूबर को पत्रकारों ने दिल्ली में न्यूजक्लिक वेबसाइट के फाउंडर समेत दो पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड की राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक के समीप विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर पत्रकारों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेतागण विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
विरोध प्रदर्शन के अवसर पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सोरेन ने कहा कि पत्रकारों की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी पत्रकार अगर किसी मामले में संदिग्ध पाए जाते हैं तो पहले उसकी पूरी जांच होनी चाहिए।
उसके बाद ही गिरफ्तारी सुनिश्चित हो। सोरेन ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में कार्रवाई हुई है, उससे साफ जाहिर होता है कि बदले की भावना से कार्रवाई की गयी है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।
विरोध प्रदर्शन में पत्रकार यूनियन के साथ विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया। इसमें सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बन गयी है। उन्होंने कहा कि पहले विपक्ष को एड और सीबीआई के माध्यम से डराने, धमकाने और मानसिक रूप से कुंठित प्रसारित करने का प्रयास किया गया।
अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ समाज को सच्चाई का आइना दिखाने वाले पत्रकारों पर भी वही पैंतरा आजमाया जा रहा है। सीपीएम राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। झामुमो रांची जिलाध्यक्ष मुस्ताक अंसारी ने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए हम सभी एकजुट हैं।
उन्होंने कहा कि पत्रकार देश के चौथे स्तंभ होते हैं। इसे बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा। भाजपा के भुवनेश्वर केवट ने कहा कि पत्रकारों पर हमला स्वतंत्रता पर हमला है। इस आजादी को बचाने के लिए हम सभी एकजुट होकर संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।
इस अवसर पर वरिष्ट पत्रकार फैसल अनुराग ने कहा कि देश की आजादी, लोकतंत्र और संविधान सुरक्षित नहीं है। समाज के सभी तबकों को इस पर विचार करना होगा। पत्रकार योगेश किशलय ने कहा कि केंद्र सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाना चाहती है। सभी मौन होकर इसे सह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक-एक कर सब की बारी आएगी। जो भी सरकार के खिलाफ बोलने का प्रयास करेगा उसे जेल भेजा जाएगा। इसलिए तमाम लोकतंत्र के प्रहरियों को एकजुट होने की जरूरत है।
इस अवसर पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राज्य सचिव सुनील सिंह ने प्रदर्शन में शामिल सभी गणमान्य जनों को साधुवाद दिया। साथ हीं समर्थन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर उपाध्यक्ष परवेज कुरैशी, पत्रकार संजीत झा, प्रदीप ठाकुर, अमरेश कुमार, चंद्र प्रकाश रावत, गोरी रानी, रेखा कुमारी, मोनिका आर्य, अवधेश कुमार, मो. रिजवान, मुर्शीद आलम, राजेंद्र तिवारी, पुष्कर महतो, जयशंकर चौधरी, अनुज तिवारी, श्यामल, जितेंद्र गुप्ता, योगेंद्र सिंह, नागेंद्र चौधरी, अरुण गुप्ता, अश्विनी शर्मा, गोपाल पांडेय सहित कई बुद्धिजीवी और सामाजिक संगठन के सदस्यगण मौजूद थे।
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