विद्यालय परिसर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर कार्यक्रम व् कवि सम्मेलन

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में ढोरी स्टॉफ क्वाटर विधायक आवास के समीप स्थित आदर्श मध्य विद्यालय परिसर में 6 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्विचऑन फाउंडेशन संस्था के दिशा निर्देश में महिला कल्याण समिति ढोरी द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों के बीच चित्रांकन, निबंध, कविता के अलावा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के अवसर पर प्रतिभागियों को प्रसस्ती पत्र, कैरी बैग, टी-शर्ट व् पर्यावरण संरक्षण को लेकर टोपी दिया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ नगर परिषद फुसरो के कार्यपालक पदाधिकारी गोपेश कुंभकार ने दीप प्रज्वलित कर किया।

इस अवसर पर कुंभकार ने कहा कि हम सभी को पर्यावरण संतुलन बनाये रखने को लेकर जागरूक बने रहना होगा। तभी हमारा तथा हमारे आनेवाले पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रह सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बनता है कि सभी अपने जीवन काल में वृक्ष जरुर लगाएं, क्योंकि पर्यावरण का रक्षण वृक्ष ही कर सकता है। इसे अनिवार्य समझे। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए स्विचऑन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

सिटी प्रबंधक निशांत कुमार ने कहा कि वैश्विक स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या बन गया है। इससे निपटने के लिए जागरूकता और उसे कार्यरूप में परिणत करना जरूरी है। महिला कल्याण समिति के महासचिव श्याम कुंवर भारती ने कहा कि एक तो आज पुरा विश्व प्रदूषण समस्या से ग्रसित है, दूसरे यह क्षेत्र कोयलांचल के कारण खासतौर पर प्रदूषण की समस्या से लगातार कई दशकों से बुरी तरह प्रदूषण की चपेट में है।

उन्होंने कहा कि यहां दर्जनों कोयला खदान, कोल वाशरी, कई विद्युत उत्पादन केंद्र व् छोटे बड़े भारी वाहन प्रदूषण फैलाने में सहायक हो रहे है। इसलिए यहां जागरूकता कार्यक्रमों का खास महत्व है। इस अवसर पर संचालन कर रहे श्याम कुंवर भारती ने कवि सम्मेलन में अपनी रचना जवाने हिंद कोई कमजोर नहीं पैगाम ए जाना चाहिए, वीरों के नाम जाना चाहिए तथा सन् 1962 के भारत और चीन के दौरान घायल भारतीय सैनिक का वेदना के बावजूद वीरता का उदगार कविता के माध्यम से प्रकट किया।

वरिष्ट कवि टी. डी. नायक ने खोरठा कविता सुन सुन हे देशवा के नर-नारी, हवा पानी में विपत्ति भेलो भारी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान कवि व् गजलकार रविंद्र कुमार रवि ने मन क्यूं उदास होता है, चैन व्यर्थ में खोता है, कवि दिलीप तिवारी ने कचड़े का स्थान जब घर में नहीं है तो यक़ीनन उसका स्थान सड़क पर नहीं है, उसका स्थान केवल कुड़ादान है।

प्रकृति से यह व्यवहार अच्छा नहीं है, प्रदूषण से प्रकृति को बचा लो सुनाया तथा स्थानीय कवि टी. सी. महतो ने खोरठा गीत फुललै कोरैया वनवाँ हीं लागोहौ हुलास सुनाया। कार्यक्रम के अवसर पर अपने पिता की मृत्यु के बाद बिहार के समस्तीपुर जिला के हद में मुरौल की रहनेवाली तथा फुसरो स्थित अपने मामा के यहां रहकर आदर्श मध्य विद्यालय एमएस छठी कक्षा की छात्रा गजाला प्रवीण ने पर्यावरण संतुलन, मानवीय सोंच और उद्देश्यों से जुड़ा चित्रकला प्रस्तुत की जिसकी सभी ने मुक्त कंठ से सराहना की।

वहीं विद्यालय की छात्रा अन्नु कुमारी, उषा कुमारी, रूही कुमारी, अल्फाना खातून, ईशु कुमारी, छात्र रंजीत कुमार यादव आदि ने पर्यावरण संतुलन बनाये रखने को लेकर निबंध तथा चित्रों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा समाजसेवी प्रमोद कुमार, हरिओम कुंवर भारती, मीरा चक्रवर्ती, आरती देवी, पुतूल देवी, कुंती दास, गुलाबी देवी, ठंडा देवी, सुनीता देवी, कविता देवी, संन्नो देवी, विदेशी देवी, सविता देवी आदि उपस्थित थे। संचालन श्याम कुंवर भारती तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रमोद कुमार ने किया।

 110 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *