निर्धारित लक्ष्य उत्पादन को लेकर ढोरी क्षेत्र में उत्पादन रफ्तार तेज

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में ढोरी क्षेत्र के लिए सीसीएल मुख्यालय ने कोयला उत्पादन का लक्ष्य 54 लाख टन निर्धारित किया है।

गत वर्ष लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन करने तथा ओवर ऑल बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए ढोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक एमके अग्रवाल को कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोल इंडिया का सर्वश्रेष्ठ महाप्रबंधक होने का सम्मान प्रदान किया था और 5 लाख रुपए का पुरस्कार स्वरूप दिया था।

दिल्ली स्थित होटल लीला पैलेस में कोल मिनिस्ट्री द्वारा आयोजित 2021-22 के सम्मान में कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा सम्मान समारोह और पुरस्कार महाप्रबंधक अग्रवाल को दिया गया था।

इस अवसर पर कोयला सचिव अनिल कुमार जैन, कोल इंडिया के चेयरमैन पीके अग्रवाल, सीसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद भी उपस्थित थे।

गत वित्तीय वर्ष के परफॉर्मेंस को देखते हुए ढोरी क्षेत्र का कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य बढ़ाकर 54 लाख टन कर दिया गया है। चालू वित्तीय वर्ष के शुरू में कुछ महीनों में विभिन्न समस्याओं यथा हेवी रेन आदि के चलते कोयला उत्पादन सामान्य रूप से हो रही थी।

लेकिन उत्खनन में तेजी आने से उत्पादन ग्रोथ होना शुरू हो गया है। जीएम अग्रवाल बंद पड़ी पिछरी, अंगवाली, कबरीबाद और गिरिडीह माइन्स को चालू करने के लिए प्रयासरत है। डेढ़ -दो महीना में गिरिडीह और कबरीबाद से कोयला उत्पादन शुरू हो जाएगा।

लगभग प्रतिदिन 3 हजार टन कोयला उत्पादन होने का अनुमान है। चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक गिरिडीह के कबरीबाद माइंस से लगभग 5 लाख टन कोयला उत्पादन होने का अनुमान है। इन कोलियरियो से होने वाले कोयला उत्पादन से ढोरी क्षेत्र को लक्ष्य प्राप्त करना सुनिश्चित कर देगा।

पिछरी कोलियरी को चालू करने के लिए महाप्रबंधक अग्रवाल लगातार विस्थापितों से वार्ता कर रहे हैं। जमीन सत्यापन की गति तेज करने के लिए अंचलाधिकारी के पास भी प्रयास किया जा रहा है।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। यहां तक कि जो ब्लैक फॉक्स, निजी स्वार्थ सिद्धि के लिए समस्या को लटका कर ठेका -पट्टा लेने व् बगैर पूंजी की दुकानदारी चलाने का प्रयास कर रहे हैं उनसे भी राष्ट्रहित में समस्या निराकरण का आग्रह किया जा रहा है।

उनकी भूमिका फिल्मी कलाकार के प्रसिद्ध विलेन प्रेमनाथ की तरह सामने आया है। जो ना तो विस्थापितों के हित में न ही कंपनी और राष्ट्रहित में है। इसके बावजूद महाप्रबंधक प्रयासरत हैं।

जब भी अंगवाली और पिछरी से कोयला उत्पादन शुरू हुआ तो ढोरी क्षेत्र गत वर्ष की तरह चालू वित्तीय वर्ष में लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन कर सकेगा तथा ओवरऑल परफॉर्मेंस के लिए महाप्रबंधक (General manager) को एक और मेडल मिल जाएगा।

जहां तक बात जीएम अग्रवाल की है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) के गुरु मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास को आत्मसात कर कार्य संस्कृति बेहतर करते जा रहे है। जिसकी बदौलत सबका विश्वास उन पर बढा है।

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