मुश्ताक खान/मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात (Prime minister Narendra Modi) में तौकते चक्रवाती तूफान के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद तत्काल एक हजार करोड़ का पैकेज देने की घोषणा की है। लेकिन उन्होंने महाराष्ट्र की तरफ मुुुड़ कर भी नहीं देखा, पैकेज की घोषणा तो दूर की बात है। यह इस बात की दलील है कि प्रधानमंत्री द्वारा महाराष्ट्र के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यह आरोप राष्ट्रीय भीमसेना और भीमआर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.आर. पांडियन (R.R Pandiyan) नेेेे लगाया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार (Central government) द्वारा गैर भाजपा शाषित राज्यों के साथ खुलेआम भेदभाव किया जा रहा है। जो कि देश के लिए खतरनाक है।
उल्लेखनीय है कि 17 मई 2021 को तौकते तूफान की वजह से महाराष्ट्र, गोवा समेत पड़ोसी राज्य गुजरात में भारी नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के अलावा दमन व दीव का हवाई सर्वेक्षण किया। जबकि गुजरात के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में हुए नुकसान का जायजा उन्होंने नहीं लिया। जिसके कारण राष्ट्रीय भीमसेना व भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर. आर. पांडियन ने कड़े शब्दों में प्रधानमंत्री की निंदा की है।
चेंबूर के इडेन गार्डन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पांडियन ने बताया कि कोकण इलाके में तूफान से भारी तबाही हुई है। ऐसे में प्रधानमंत्री का महाराष्ट्र में नहीं आना भेदभाव को दर्शाता है। पांडियन ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या मोदी भाजपा शाषित राज्यों के ही प्रधानमंत्री हैं? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश का होता है न कि सिर्फ भाजपा शाषित राज्यों का। पांडियन द्वारा प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र में तौकते तूफान से हुए नुकसान के लिए विशेष पैकेज देने की मांग की है।
प्रमोशन में आरक्षण बर्दाश्त नहीं
पिछले 7 मई को प्रमोशन में आरक्षण को सरकार द्वारा लागू किये जाने के फौरन बाद सरकार ने इस निर्णय को वापस ले लिया। इसका मुख्य कारण राष्ट्रीय भीमसेना व भीम आर्मी द्वारा दी गई आंदोलन की चेतावनी को मन जा रहा है।
इसके बावजूद पांडियन ने राज्य सरकार के इस फैसले पर आभार जताया है। साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में पुनः प्रमोशन में आरक्षण को लागू करने की तैयारी दिखाई तो राष्ट्रीय भीमसेना तीव्र आंदोलन करेगी।
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