रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। विभागीय निर्देशानुसार बोकारो जिला के हद में पीएमश्री +2 उच्च विद्यालय कसमार में जल संरक्षण अभियान पखवाड़ा से सम्बन्धित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन को लेकर विद्यार्थियों द्वारा 29 अप्रैल को जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए कसमार के चौराहे पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार नुक्कड़ नाटक में विद्यालय के विद्यार्थियों ने अभिनय के माध्यम से जनसमुदाय को बताया कि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल है तो कल है। जल बचाने का करो जतन, ये है जीवन का अनमोल रतन। जल की बर्बादी जीवन की बर्बादी है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग को अपनाना है, पानी को बचाना है। पानी की रक्षा देश की सुरक्षा आदि प्रेरक वाक्यों द्वारा राहगीरों का ध्यान आकृष्ट किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ रणजीत कुमार झा ने उपस्थित जनों से आग्रह किया कि जल को व्यर्थ न बहाएँ और वर्षा जल संरक्षण पर पूर्ण ध्यान दें। कहा कि आज भी देश के कई क्षेत्रों में पानी के लिए जनमानस को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।पानी के कारण दो राज्य आपस में झगड़ने लगते हैं और पानी के लिए दो देशों के मध्य युद्ध की स्थिति बनने लगती है। उन्होंने कहा कि संसार के कई नगर जल के बिना उजड़ गये। हमारे देश में गर्मी के दिनों में लातूर जैसे स्थानों पर ट्रेन से पानी भेजवाना पड़ता है। झारखंड के भी कुछ नगरों में गर्मी के दिनों में पानी का घोर अभाव हो जाता है।
इसलिए सभी जल संरक्षण के प्रति जागरूक होकर अपने घर, आस-पड़ोस, टोले-मुहल्ले एवं गाँव वालों को भी जल संरक्षण के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में कोई जीव-जन्तु प्यासा न मरे, इसलिए सभी विद्यार्थी अपने घर के पास छाया में एक बर्तन में प्रतिदिन जल अवश्य भरेंगे। कहा कि जल की कहीं बर्बादी न हो इसका विशेष ध्यान रखेंगे।
जल संरक्षण हेतु कुएँ, तालाब एवं डोभा आदि का जीर्णोद्धार करवाने हेतु जन प्रतिनिधियों को कहेंगे। अपने-अपने घरों में वर्षा जल के संरक्षण हेतु वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएँगे।
जल संरक्षण कैसे होता है इसके लिए प्रभारी प्राचार्य डॉ झा ने सभी विद्यार्थियों को सैकड़ों वर्षों पूर्व निर्मित कसमार का तालाब बच्चों को दिखाया एवं जल संरक्षण सिद्धांत को प्रायोगिक तरीके से समझाया।
उक्त अवसर पर गर्री पंचायत के मुखिया पति धनलाल कपरदार, विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार प्रजापति, शिक्षाविद् दुर्गा प्रसाद प्रजापति, प्रीतम प्रजापति, गौरव प्रजापति, प्रबन्ध समिति की संयोजिका संगीता कुमारी, अशोक रजवार, महाकान्त झा, सुजाता कुमारी, सीमा ठाकुर, सुभय चक्रवर्ती, परमेश्वर बेसरा, सुशीला कुमारी, अमित कुमार, सुमन कुमारी, कैलाश कुमार ठाकुर, सुदीप कुमार शर्मा, रितेश महथा, अजय कुमार दूबे, नितेश कुमार प्रजापति, दिनेश महतो, नजरूल अंसारी, रिजवान अंसारी, नीलिमा बान सिंह, त्रिभुवन नाथ पांडेय, आदि।
सुभाष चन्द्र ठाकुर, डोमन महतो, सुनीता मुखर्जी, दीलिप कुमार, सूर्यनारायण ठाकुर, अब्दुल सलाम, तुलसी कपरदार, गोविन्द नायक, प्रीतम कुमार, तन्मय मुखर्जी, अनिकेत डे, राहुल हांसदा, अपर्णा कुमारी, स्वेता कुमारी, आलियाह हसन, लक्ष्मी महतो, मोहित गोसाई, करन दास, सचिन साहू, राकेश पाल,आदित्य पाल, नेहा आदि दर्जनों ग्रमीण, अभिभावक, शिक्षक/शिक्षिका, विद्यार्थीगण एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
29 total views, 29 views today