विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। हर इंसान का सपना होता है कि वह अपने जीवन का सबसे बड़ा सपना अपने तथा अपने परिजनों के लिए घर जरूर बनाये। बावजूद इसके मिट्टी का हीं सही ज़ब उसका आशियाना मटियामेट हो जाए टू मानो उस इंसान के जीवन में दुखो का पहाड़ टूट गया। सपना चूर-चूर हो गया।
जानकारी के अनुसार आज एक अदद आवास के लिए लगातार गुहार लगा रहा है एक गरीब पति – पत्नी। इस संबंध में गोमियां प्रखंड (Gomiyan block) के हद में साड़म पंचायत के निवर्तमान मुखिया शोभा देवी ने कहा कि पीड़ित संजय लाहा के सारे कागजात प्रखंड मुख्यालय में जमा कर दिए गए है। बावजूद सरकार द्वारा उसे अबतक घर नहीं उपलब्धता कराया जा सका है।
गोमियां प्रखंड के हद मे साड़म पश्चिमी पंचायत स्थित बंगाली टोला में एक ऐसा मकान है जो अब ना तब गिरने की स्थिति में है। जगह जगह खपरैल मकान की छत टूट चुकी है। घर में रहने वाले पति पत्नी यही सोचते हैं कि किसी तरह रात कट जाए। क्योंकि घर की खपरैल मकान की छत कब गिरेगी, इसका कोई पता नहीं।
बरसात की दो बूंद अगर गिर जाए तो फिर क्या कहने। पति पत्नी रात भर बैठकर बिताने को मजबूर हो रहे हैं। अपना दु:ख बयान करते करते संजय लाहा की आंखें भर आई। पीड़ित लाहा के अनुसार कई वर्ष गुजर गए सिर्फ आश्वासन मिलता है, जबकि आवास पाने का सभी अहर्ता वह पूरा करते हैं।
सरकारी सिस्टम के अनुसार जियो टैग भी हो चुका है, लेकिन आज तक वे आवास के लाभ से वंचित है। किसी तरह पुरानी अखबार खरीद कर ठोंगा बना कर अपना जीवन यापन करते है। संजय लाहा ने सरकार (Government) से गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें उनकी स्थिति देखकर जल्द से जल्द एक आवास दी जाए।
इस संबंध में पंचायत की निवर्तमान मुखिया शोभा देवी ने कहा कि संजय लाहा सहित कई रहिवासियों का जो आवास के लिए सारी आहर्ता का पूरा करते हैं, उनकी कागजात को प्रखंड मुख्यालय में जमा किया जा चुका है।
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