आरसीएफ पुलिस की हद में डीसीपी जोन 6 का रोड मार्च
मुश्ताक खान/मुंबई। आगामी गणेशोत्सव और ईद मिलाद-उन-नबी के मद्देनजर मुंबई पुलिस की जोन 6 इकाई द्वारा आरसीएफ पुलिस स्टेशन की हद में डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत, एसीपी सुहास हेमाडे और सीनियर पीआई मुरलीधर करपे दल बल के साथ क्षेत्र में रोड मार्च किया। करीब 4 किलोमीटर के रोड मार्च में डीसीपी और अधिकारियों सहित पुलिस के लगभग 200 कर्मी इस काफिले में मौजूद थे।
इस रोड मार्च का मुख्य उद्देश्य अमन शांति के साथ दोनों त्योहारों को मनाना है। इस रोड मार्च के समापन पर डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत ने नागरिकों को संदेश दिया कि पुलिस हर वख्त मुंबईकरों के साथ है। इसके आलावा उनहोंने वाशीनाका परिसर की जनता से अपील किया की अगर किसी को कोई भी आपत्तिजनक वस्तु दिखे तो जल्द से जल्द स्थानीय पुलिस को सूचना दें।
गौरतलब है कि वाशीनाका के बाबा बावड़ी से प्रारंभ हुए डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत के रोड मार्च का काफिला भारत नगर, न्यू भारत नगर, म्हाडा कॉलोनी, शंकर देवल, काली बस्ती, मुकुंद नगर होते हुए फ्री वे ब्रिज के निचे पुलिस बिट के समाप्त हुआ।
डीसीपी के काफिले में एसीपी सुहास हेमाडे और सीनियर पीआई मुरलीधर करपे के साथ 22 अधिकारी, 90 यूनिफार्म में पुलिस के जवान इनमें महिलाओं का भी समावेश है। इसके आलावा एसआरपीएफ पलटन के 22 जवान, कानून व्यवस्था के अधिकारी और जवानों को मिला कर 20, डीसीपी के विशेष दस्ते के 10 जवान और सादे लिबास में पुलिस कर्मी मौजूद थे।
करीब 4 किलोमीटर के रोड मार्च के बाद डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत ने नागरिकों को संदेश दिया कि पुलिस हर वख्त मुंबईकरों के साथ है। इस कड़ी में दिलचप्स बात यह है कि डीसीपी ने अपनी बातों के साथ एक बात यह भी कहा की पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरियों को समाप्त कर सभी मुंबईकरों एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। ताकि अपराध और अपराधियों पर नकेल कसा जा सके।
इस अवसर पर उनहोंने वाशीनाका परिसर की जनता से अपील किया की अगर किसी को कोई भी आपत्तिजनक वस्तु दिखे तो जल्द से जल्द स्थानीय पुलिस को सूचना दें। ताकि उस पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
क्यों मनाते हैं गणेशोत्सव :- महाराष्ट्र के सबसे बड़े और सबसे अधिक अहमियत वाले गणेशोत्सव को 10 दिनों तक बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को गणेशोत्सव या विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। पूरे भारत में भगवान गणेश के जन्मदिन के इस उत्सव को उनके भक्त बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है।
ईद मिलाद-उन-नबी की खासियत :- ईद मिलाद-उन-नबी पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिवस की याद में मनाया जाता है। यह उत्सव मोहम्मद साहब के जीवन और उनकी शिक्षाओं की भी याद दिलाता है। मिलाद-उन-नबी इस्लामी माह के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 11वें और 12वें दिन मनाया जाता है। मोहम्मद साहब ने अल्लाह के हुक्म से जिस धर्म को चलाया, उसे इस्लाम कहा जाता है। इस साल मुंबई में इस त्यौहार को 29 सितंबर को मनाने की घोषणा की गई है।
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