एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। दलितों के पक्ष में बयान देने वाले भाकपा माले दरभंगा जिला कमिटी के सदस्य पप्पू खां को पुलिस छोड़े वरना आंदोलन किया जायेगा। उक्त बातें 31 अगस्त की सुबह समस्तीपुर शहर के विवेक-विहार मुहल्ला में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी कॉमरेड धीरेन्द्र झा ने कही।
कॉ झा ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि दरभंगा के रजवाड़ा में एक भाजपा नेता के तिकड़म के चलते वर्षों से बसे दलितों को उजाड़ने के दौरान पुलिस-पाब्लिक संघर्ष हुई थी। पीड़ित दलितों के पक्ष में माले नेता ने बयान दिया था। संयोग है कि घटना में घायल पुलिस की मौत ईलाज के दौरान हो गई।
स्वत: घटी इस घटना को लेकर पुलिस ने 40 नामजद एवं 150 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है। उन्होंने कहा कि न घटना में पप्पू खां शामिल थे और न ही उन पर प्राथमिकी दर्ज है, जबकि माले नेता पप्पू खां को पुलिस ने बीते 30 अगस्त की रात्री मुजफ्फरपुर से सादे लिवास में गिरफ्तार कर ली है। साथ हीं माले के दरभंगा सदर कार्यालय पर छापेमारी की गई है। कार्यालय से पुलिस कुछ सामान भी ले गई है।
मिथिलांचल प्रभारी ने कहा कि गिरफ्तार पप्पू खां उक्त घटना स्थल, प्रखंड, थाना क्षेत्र के निवासी भी नहीं हैं। ऐसी स्थिति में बयान देने को लेकर पुलिस की यह कार्रवाई निंदनीय है। पुलिस उन्हें छोड़े। उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच हो। घटना के तिकड़मी भाजपा नेता पर कार्रवाई हो। भूमिहीन को पर्चा देकर बसाने की सरकार गारंटी करे। उन्होंने इस मामले पर 1 सितंबर को मिथिलांचल एवं कोशी स्तरीय प्रतिवाद दिवस मनाने की घोषणा की।
कॉ झा ने कहा कि दरभंगा में भाजपा के सांसद, विधायक साजिश के तहत दलित- गरीब- भूमिहीन विरोधी घटना को अंजाम देकर बिहार सरकार को कमजोर करना चाहती है। भाकपा माले उनके इस मंसूबे को कामयाब नहीं होने देगी।
मौके पर राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह, जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार, जिला कमिटी सदस्य ललन कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह आदि मौजूद थे।
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