एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में बेरमो कोयलांचल का धरोहर सीसीएल कथारा क्षेत्र के असनापानी स्थित वर्षो से बंद कैप्टिव पॉवर प्लांट (सीपीपी) को लोहा चोरों ने एक तरह से खोखला कर दिया है। स्थानीय पुलिस तथा सीसीएल के क्षेत्रीय सुरक्षा टीम चोरी की घटना की रोकथाम के लिए लाख प्रयास के बावजूद अबतक लोहा चोरी रोकने में नाकाम रही है।
बताया जाता है कि करोड़ों रुपए की लागत से 90 के दशक में बने सीपीसी को सीसीएल प्रबंधन लाख प्रयास के बाद भी सुचारू रूप से चलाने में अक्षम साबित हुई। इसे लेकर सीसीएल उच्च प्रबंधन के निर्णय के बाद वर्ष 2008 में इसे इंपीरियल कंपनी के जिम्मे किया गया।
कंपनी ऐन-केन प्रकारेण पूरे कैपेसिटी के साथ इसे पूरी क्षमता के साथ चला ही रही थी कि वर्ष 2016 में जीएसटी मामले को लेकर कंपनी अपना हाथ पीछे खींच लिया। और एक बार फिर अन ऑफिशियली इसे बंद कर दिया गया।
बताया जाता है कि प्लांट बंद होने के बाद धीरे-धीरे यहां कार्यरत कर्मचारी बेरोजगारी के कारण पलायन करने लगे और क्षेत्र में सक्रिय कई लोहा चोरों का यह चारागाह बन गया।
प्रारंभ में बताया जाता है कि प्लांट में चोरी की घटना की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा कथारा क्षेत्र के सुरक्षा टीम सक्रिय दिखी, लेकिन कोरोना काल (2020 मार्च) के बाद मानो लोहा चोरों के समक्ष स्थानीय पुलिस तथा सीसीएल के सुरक्षा टीम ने हथियार डाल दिए।
हाल यह है कि अब तो पुलिस को अथवा सुरक्षा टीम को चोरी की सूचना देने के बाद भी घंटो बाद टीम पहुंचती है। तब तक लोहा चोर घटना को अंजाम देकर लोहा के साथ उक्त स्थल से चंपत हो चुके होते हैं।
सूत्र बताते हैं कि बीते 26 मई की सुबह एक मीडिया कर्मी द्वारा चोरी की घटना की सूचना देने के घंटा भर बाद स्थानीय पुलिस पहुंची, जबकि लाख गुहार लगाने के बाद भी क्षेत्रीय सुरक्षा दल नदारद रहा। इसका लाभ लोहा चोरों को मिला। यही हाल 28 मई को देखने को मिला।
सूचना के काफी देर बाद सुरक्षा टीम और स्थानीय पुलिस सीपीपी पहुंची, लेकिन लोहा चोरों को पकड़ने में पुरी तरह नाकाम रही। सुरक्षा टीम में कथारा क्षेत्रीय सुरक्षा बल के एएसएसआई नागेश्वर नोनिया, वरीय सुरक्षा गार्ड संजय दास तथा कथारा ओपी प्रभारी जितेश कुमार के निर्देश पर पुलिस अवर निरीक्षक रवि कुमार चौरसिया दलबल के साथ पहुंचे।
काफी खोजबीन की लेकिन टीम के हांथ सिफर रहा। इस संबंध में कथारा ओपी प्रभारी जितेश कुमार ने बताया कि कई बार सूचना के बाद पुलिस टीम प्लांट पहुंचकर सघनता से चोरो की खोजबीन करती है।
प्लांट के भीतर से खट-खट की आवाज भी आती है, लेकिन दिशा स्पष्ट नहीं होने के कारण चोर पकड़ में नहीं आ पाता है। कयास लगाया जा रहा है कि 28 मई की चोरी की घटना में स्थानीय रेलवे कॉलोनी के एक पिता पुत्र सहित अन्य लोहा चोर शामिल थे, जिसे ओपी प्रभारी भी स्वीकार करते है।
256 total views, 1 views today