बिहार में जहरीली शराब से मौत का कहर जारी

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार के सारण जिला के हद में मकेर में जहरीली शराब पीने से हुई एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत के बाद अब 6 अगस्त को वैशाली जिला के हद में राजापाकर, महुआ और जन्दाहा से भी संदिग्ध मौत की सूचना प्राप्त हुई है।

वैशाली के पुलिस अधीक्षक मनीष ने मीडिया को जान करी दी कि 6 अगस्त को सदर अस्पताल हाजीपुर में तीन संदिग्ध मौत से मरे व्यक्तियों के शव का मेडिकल टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया है। आरक्षी अधीक्षक ने मीडिया के माध्यम से किसी तरह का संदिग्ध बीमारी का इलाज कराने का रहिवासियों से आग्रह किया है।

सन्दिग्ध मौत की ख़बर आने के बाद वैशाली एसपी मनीष के निर्देश पर कई थाना की पुलिस मुरब्बतपुर गाँव पहुँची। पूरे मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की जा रही है। परिजन से लेकर आसपास के रहिवासियों से भी पुलिस कर रही है पूछताछ। मुरब्बतपुर में मृतक के परिजन ने बताया कि हार्ट अटैक से हुई है मौत।

महुआ थाने के भदवास गाँव में संदिग्ध की मौत की सूचना पर प्रशासन का काफिला यथा महुआ एसडीओ और डीएसपी पूरे मामले का अपने स्तर से जांच कर रहे हैं। परिजन से लेकर गांव वालों से भी जानकारी लिया जा रहा है।

देसरी थाना के नयागंज से एक संदिग्ध की मौत की सूचना पर पहुँची प्रशासन का काफिला मुरब्बतपुर में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद महनार एसडीओ आहे डीएसपी पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं। जिले में ज़हरीली शराब से मरने की सूचना के बाद पुलिस और मद्य निषेध विभाग की पुलिस पूरे जिले मे अवैध शराब माफियाओ के खिलाफ सख्त नजर आप रही है।

बिहार में जहरीली शराब का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। वैशाली जिले से 3 लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत की बात कही जा रही है। जिले के सहदेई में किसान सलाहकार सहित 2 लोगों की मौत हो गयी। दोनों आपस में रिश्तेदार थे। जबकि महुआ में भी एक अन्य व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है।

स्थानीय रहिवासी इस मौत का कारण जहरीली शराब बता रहे हैं। वहीं इनके साथ शराब पार्टी में शामिल एक अन्य युवक की भी तबीयत खराब है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार महुआ थाने के भदवास निवासी विकास चौधरी की बीते 5 अगस्त की देर रात लगभग 1 बजे मौत हो गई।

इसके एक घंटे बाद ही उसके साढ़ू सुनील चौधरी की भी मौत हो गई। सुनील सहदेई के मुरौवतपुर का रहने वाला था। जो एक पंचायत में किसान सलाहकार था। वहीं मृतक विकास के भाई शंभू चौधरी की भी रात में तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद अस्पताल में उसका इलाज कराया गया। जिन्हें अब चिकित्सक खतरे से बाहर बता रहे हैं।

जानकारी के अनुसार इन्होंने महनार में रात को शराब पार्टी मनाई थी। वहीं एक अन्य मौत महुआ के जंदाहा थाना के हद में धधुआडीह में हुई है। यहां शराब पीने से एक युवक की मौत की सूचना है। मृत युवक करण कुमार ने भी 5 अगस्त की रात को शराब पी थी। देर रात उसकी हालत बिगड़ी। दूसरे दिन 6 अगस्त की सुबह उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था।

इस बीच रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बिहार में छपरा में जहरीली शराब पीने से 13 लोगो की मौत हो गई उसके बाद अब बैशली में 3 लोगों की मौत शराब पीने वाले के लिए मौत की खुली चेतावनी दे रहे हैं। क्या अब बिहार में लोग मौत की डर से शराब पीना बंद करेंगे या इसी तरह मौत का सिलसिला जारी रहेगा?

क्या बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद भी शराब से मौत का आंकड़ा देखने के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नींद अभी तक नहीं खुली है? क्या बिहार सरकार के शराब बंदी कानून के कारण और कितने लोगों की जान गवानी पड़ेगी? यह यक्ष प्रश्न है जिसका जबाब बिहार सरकार को तलाश करना होगा अन्यथा जनता कभी माफ़ नहीं करेगी।

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