रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर 22 अप्रैल को बोकारो के पर्यावरण-मित्र चौक स्थित पर्यावरण-मित्र वाटिका में स्वस्थ एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान द्वारा पृथ्वी बचाओ संकल्प पूजा का आयोजन कर पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर संस्थान के महासचिव शशि भूषण ओझा ने पृथ्वी मां की विधिवत पूजा की। साथ हीं उन्होंने कहा कि दुनिया का अस्तित्व तभी है जब पृथ्वी मां सुरक्षित हैं। अपने स्वार्थ के वशीभूत होकर विकास के नाम पर मानव प्रकृति को अंधाधुंध मिटाने पर लगा हुआ है। जंगल काटे जा रहे हैं। नदियों के किनारों को अतिक्रमित कर उनमें घरों और कल कारखानों के गंदे पानी को प्रवाहित किया जा रहा है। पहाड़ों को बेतरतीब तोड़ा जा रहा है। वातावरण में जिस प्रकार जहरीली और ग्रीन गैसों को उत्सर्जित किया जा रहा है इससे हम धरती पर प्रदूषण को बढ़ाने का ही काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि धरती की बढ़ती गर्मी से ग्लेशियरों का तेजी से पिघलना, असमय मौसम का परिवर्तन यह सब आने वाले समय में अनेक समस्याओं को ही जन्म देगा। अगर हम चाहते हैं कि हमारा जीवन सुरक्षित रहे, आने वाली पीढ़ियों को विपदाओं का सामना नहीं करना पड़े तो सबों को पृथ्वी मां को बचाने के लिए संकल्पित होना होगा और प्रकृति को बचाना होगा।
बैठक में शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’, पं. चंदन शास्त्री, वैद्य गणेश साव, अधिवक्ता रमण ठाकुर, मृणाल चौबे, वीरेंद्र चौबे, लक्ष्मण शर्मा, गौरी शंकर सिंह, जादूगर दयाराम परमार, मिली मनी चौबे, ललित कुमार, शिवजी ओझा, ललन दुबे, राम लखन द्विवेदी, प्रो. गणेश सिंह, अक्षय दुबे, गोलू, अनुराग मिश्र सहित कई पर्यावरण संरक्षक उपस्थित थे।
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