एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। वित्तीय अनियमितता और छात्र शिवम पांडेय की मौत की जांच को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है।
जानकारी के अनुसार प्रार्थी राजेश कुमार सिंह की ओर से अधिवक्ता अभय कुमार मिश्रा ने याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि आइआइएम में पढ़ने वाले छात्रों की सुरक्षा नहीं है। वहां रात में कैंटीन चलती है, जहां छात्र नशा करते हैं। कहा गया कि हाल में ही छात्र शिवम पांडेय का शव कॉलेज हॉस्टल के छत पर मिला था, जिसकी मौत फांसी लगाने से होने की बात कही गई।
बताया गया कि कैंटीन का ठेका देने के लिए दो हजार करोड़ सालाना टर्नओवर की शर्त लगाई गई थी, जबकि अन्य आईआईएम या आइआइटी में अधिकतम नौ करोड़ रुपये टर्नओवर की कंपनियां काम कर रही हैं। इस वजह से 125 रुपये में मिलने वाला खाना अब 350 रुपये का है।
दायर याचिका में कहा गया कि बीते अगस्त माह में आईआईएम एक्ट में संशोधन किया गया है, जिसके अनुसार अब निदेशक मंडल के चेयरमैन की नियुक्ति राष्ट्रपति से की जानी है। याचिका में चेयरमैन की नियुक्ति, छात्र शिवम पांडेय की मौत सहित अन्य अनियमितता की जांच करने की मांग की गई है।
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