केंद्र सरकार गरीबी हटाना चाहती है या गरीबों को – फरहान आजमी
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग की नेशनल एग्जीक्यूटिव मीटिंग (National Executive Meeting) दिल्ली पंद्रह जीआरजी कार्यालय में संपन्न हुई। इस मीटिंग में प्रमुख अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत, नेशनल कोऑर्डिनेटर ऑल इंडिया एआईसीसी कांग्रेस कमिटी के राजू, माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के राष्ट्रीय सचिव फरहान आज़मी भी मौजूद थे।
इस मौके पर माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर कहा कि आज हमारे देश की हालात आजादी के पहले जैसी हो गई है। यानि मौजूदा समय में भी हम गुलामी की जंजीरों में बंधे हैं। केंद्र की सरकार महंगाई पर लगाम कसने में सक्षम नहीं है, गरीबों की थाली से स्वाद दूर होते जा रहे है।
क्योंकि हालिया दौर में सरकार विपक्ष के नेताओं पर बेफिजूल ईडी, सीबीआई और एनआईए का दुरुपयोग कर उन्हें परेशान कर रही है। फ़िलहाल देश का माहौल बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है।
इस मौके पर माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के सभी राज्य के चेयरमैन नेशनल पदाधिकारियों से मेरा आग्रह है कि आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करें।
गौरतलब है कि इस मौके पर राष्ट्रीय सचिव माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के फरहान आजमी ने कहा कि हमारे देश में सदियों से हिंदू मुस्लिम आपस में भाई-भाई बनाकर रहते थे, और एक दूसरे के त्यौहार को अपना समझकर शरीक होते थे। लेकिन यह सरकार हमारी गंगा जमुनी तहजीब को मिटाने में लगी है। महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को छोड़ कर मोदी सरकार गरीबी हटाना चाहती है या गरीबों को?
हिंदू -मुस्लिम के इस खेल से पूरे देश में हाहाकार मचा है। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश खंड -खंड में बंटता जा रहा है। हम इसको नाकाम करके फिर से अपनी गंगा जमुनी तहजीब को लाएंगे। तानाशाही सरकार को आने वाले लोकसभा चुनाव में उखाड़ फेंकेएंगे। इस मौके पर राज्यों के चेयरमैन राष्ट्रीय पदाधिकारी ,सदस्य और नेशनल एग्जीक्यूटिव मीटिंग में मौजूद गणमान्यों ने अपना समर्थन दिया।
249 total views, 1 views today