एस. पी. सक्सेना/बोकारो। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार राँची के निर्देश एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पीडीजे) द्वारा 21 मई को बैठक का आयोजन किया गया।
बोकारो के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार कुमारी रंजना अस्थाना की अध्यक्षता में मध्यस्थता पर आधारित विशेष अभियान मन का मिलन पखवारा के सफल आयोजन हेतु एक बैठक की गई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक-सह-सदस्य जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो चन्दन कुमार झा, उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री, जिला नजारत उप समाहर्ता विवेक सुमन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चास पुरुषोत्तम कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो (तेनुघाट) सतीश चन्द्र झा, लीगल एड डिफेंस काउंसिल के प्रमुख एवं सदस्य, जिले के सभी मध्यस्थ अधिवक्तागण, पैनल अधिवक्तागण सभी थाना प्रभारी, पीएलवी गण आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर पीडीजे कुमारी रंजना अस्थाना ने बताया कि आगामी 29 मई से 14 जून एक पखवारे तक चलने वाले इस विशेष अभियान के तहत पूरे जिले में मध्यस्थता से संबंधित विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया जायेगा, जिसमें आम रहिवासियों को मध्यस्थता के माध्यम से वादों को निष्पादित किये जाने के महत्व के बारे में जानकारी दी जायेगी, ताकि मध्यस्थता के माध्यम से अधिक से अधिक वादों का निष्पादन किया जा सके।
उक्त जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो के सचिव नीभा रंजना लकड़ा ने बतायी कि मन का मिलन पखवारा मध्यस्थता के माध्यम से वादों के निष्पाद की एक अनूठी पहल है। यह आम जनमानस के लिए काफी लाभकारी एवं कल्याणकारी साबित होगा।
इस अभियान को पूर्णतः सफल बनाने के लिए सभी तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी गयी है। मध्यस्थता में भाग लेने वाले दोनों पक्षकारों की बातें पूर्णतः गोपनीय रहती है। मध्यस्थता में भाग लेना पूर्णतः पक्षकारो की सहमति पर निर्भर है। दोनों पक्ष मिल कर विवाद का समाधान ढूंढते है और दोनो के समय, धन व व्यक्तिगत संबंधो की रक्षा होती है।
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