एस. पी. सक्सेना/लातेहार (झारखंड)। लातेहार जिला के हद में चंदवा प्रखंड के अलौदिया निवासी 44 वर्षीय बुटन साव लकवा बिमारी से ग्रसित होकर गंभीर अवस्था में घर पर हीं जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। साव को आज समाज से सहयोग की जरूरत है। साव घर का एकलौता कमाने वाला सदस्य था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए बीते 20 नवंबर की संध्या सामाजिक कार्यकर्त्ता अयुब खान ने बताया कि होटल में काम कर बुटन अपने परिवार का जैसे तैसे भरण पोषण कर रहा था। अर्थाभाव के कारण उसका ईलाज कराने में उसके परिजन अस्मर्थ हैं।
उन्होंने बताया कि लकवाग्रस्त होने के बाद से साव बोल भी नहीं पाते हैं, न इन्हें होश ही है। चौबीसो घंटा बिस्तर पर ही पड़ें रहते हैं। उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है। घर पर उनकी ऐसी हालत परिजनों को देखी नहीं जा रही है।
खान ने बताया कि पैसा नहीं होने के कारण पत्नी और बच्चों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि साव की जान कैसे बचाएं। घर का खर्च कैसे चलेगा। लकवा से जिंदगी और मौत से जूझ रहे बुटन के इलाज और परिजनों को मदद की शख्त जरुरत है।
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