एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर स्थित पांडे पोखर फर्जीवाड़ा की जांच एवं आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर 8 वें दिन प्रखंड पर आहूत घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन को समाप्त कराते अपने नेतृत्व में जांच जब एसडीओ रवींद्र कुमार दिवाकर ने करा ही लिया तो 24 दिसंबर को ताजपुर मुखिया जवाहर साह द्वारा कौन सा जांच और किसके आदेश पर किया जा रहा है? उक्त बातें भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह (Surendra prasad singh) तथा महिला नेत्री बंदना सिंह ने कही ।
महिला नेत्री के अनुसार मुखिया के नेतृत्व में गरीब- मजदूर महिला को गुमराह कर झूठे कागज पर दस्तखत कराकर पांडे पोखर पर वीडियोग्राफी कराया जा रहा था। जानकारी होने पर कई पत्रकार के साथ माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, लक्ष्मण साह, भाजपा के राजीव सुर्यवंशी, कई पीआरएस, स्थानीय नागरिकों के समक्ष कथित जांच टीम के सदस्य मनरेगा डीपीओ को फर्जीवाड़ा से संबंधित भरा पोखरा 21 अक्टूबर से 5 नवंबर तक उड़ाही कराने का मास्टर रौल एवं आवेदन की कापी सौपकर निष्पक्ष जांच कर एफआईआर दर्ज करने, राशी वापस कराने आदि की मा़ंग की।
माले सचिव ने प्रेस व्यान जारी कर बताया कि मुखिया चाहे इस पारदर्शी लूट को जितना मैनेज करने की कोशिश करें, भाकपा माले संघर्ष के जरीये आरोपियों को सजा दिलाएगी। जरूरत हुई तो इसे विधानसभा में उठाने एवं हाईकोर्ट का भी रुख माले करेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश राज में भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है। अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि, दलाल, बिचौलियों का राज कायम है। ऐसे में ऐसे मामले को लेकर जनता के बीच जाकर सच्चाई से अवगत कराने एवं लूटेरा- भ्रष्टाचारी जनप्रतिनिधि को आगामी चुनाव में हराने के लिए भाकपा माले अभियान चलाएगी।
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