व्यवहार न्यायालय तेनुघाट में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

राष्ट्रीय लोक अदालत में बड़े पैमाने पर मामलों का निष्पादन

ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय तथा प्रधान जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश बोकारो रंजना अस्थाना के निर्देश पर बोकारो जिला के हद में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 13 मई को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 53,122 लंबित मामलों का निष्पादन एवं लगभग चौदह करोड़ अस्सी लाख रुपये की समझौता राशि वसूल किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन के अवसर पर संबोधित करते हुए जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि यहां मौजूद भीड़ यह बताता है कि लोक अदालत कितना ज्यादा लोकप्रिय है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक सुलभ न्याय की प्रक्रिया है। इससे समय की बचत, ऊर्जा की बचत, पैसों की बचत और सब की जीत होती है।

इससे अच्छा और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निष्पादन के मामलों की कोई अपील नहीं होती है। आज राष्ट्रीय लोक अदालत पूरे देश में मनाया जा रहा है। लोक अदालत एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

लोक अदालत में समाप्त होने वाले मामलों में दोनों पक्षों की जीत होती है। कोई हारता नहीं है। उन्होंने कहा कि दर्शक दीर्घा में दिव्यांग को देखकर यह लग रहा है कि हमारा लोक अदालत का प्रयास पूरा सफल है। न्यायालय का पूरा प्रयास समाज में सफल नजर आ रहा है।

अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा ने कहा कि लोक अदालत के मामले समाप्त होने से कई मामलों का समाधान होता है। दोनों पक्षों के बीच जब सुलह होता है तो आपसी मनमुटाव समाप्त हो जाता है। ऐसा नहीं होने से कई मामले आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोक अदालत प्रति महीने में एक बार और समय-समय पर होता है।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने कहा कि खुशी की बात है कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर किया जा रहा है। इसमें कई तरह के मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत किसी के परिचय का मोहताज नहीं है।

लोक अदालत या राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों का निष्पादन त्वरित होता है। न्यायालय के द्वारा आपके जीवन में आने वाली सभी परेशानियों को मुक्ति दिलाने में आपका सहयोग किया जाता है।

एसडीजेएम सह अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव दीपक कुमार साहू ने कहा कि जो हमेशा ही लोक अदालत के सफलता के लिए हम लोगों का भी योगदान लेते हैं और पुलिस प्रशासन हमेशा पूरी अपेक्षा में खरा उतरने का प्रयास करता है। आज भी अपनी ओर से खरा उतरने का पूरा प्रयास कर रहा है।

जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 9 बेंच का गठन किया गया था। जिसके प्रथम बेंच पर कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन एवं अधिवक्ता शैलेश कुमार सिन्हा, दुसरे बेंच पर जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा एवं अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद, तीसरे बेंच पर जिला जज द्वितीय अनिल कुमार एवं अधिवक्ता मो. सब्बीर, आदि।

चौथे बेंच पर एसीजेएम विशाल गौरव एवं अधिवक्ता उमेश प्रसाद, पांचवे बेंच पर सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार एवं अधिवक्ता नरेश चंद्र ठाकुर, छठे बेंच पर एसडीजेएम दीपक कुमार साहू एवं अधिवक्ता देव दत्त तिवारी, सातवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी स्वेता सोनी एवं अधिवक्ता इम्तियाज आलम, आठवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी रूपम स्मृति टोपनो एवं अधिवक्ता शारदा देवी तथा नवे बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव एवं अधिवक्ता कल्याणी मौजूद थे।

इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घघाटन कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन, जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, एसीजेएम विशाल गौरव, सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार, आदि।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा, एसडीजेएम दिपक कुमार साहू, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव, रूपम स्मृति टोपनो, श्वेता सोनी, अधिवक्ता सुभाष कटरियार, उमेश प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मंच संचालन कर रही प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी श्वेता सोनी ने कहा कि दोनों पक्षो की उपस्थिति हमें ज्यादा उत्साहित करती है। राष्ट्रीय लोक अदालत की समाप्ति के दूसरे दिन से ही हम अगले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता की तैयारी में लग जाते हैं, ताकि आने वाला राष्ट्रीय लोक अदालत इससे भी ज्यादा सफल हो और आम जनमानस को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले।

उन्होंने बताया कि न्यायालय में एक मध्यस्था केंद्र भी है, जहां मध्यस्तता का कार्य किया जाता है। जहां आप के स्तर से समझौता नहीं हो पाता है तो हमारे अधिवक्ता, पीएलबी आदि आपके बीच समझौता कराने का कार्य करते हैं।

इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए एसडीजेएम दीपक कुमार साहू ने कहा कि आज पूरे भारत में राष्ट्रीय लोक अदालत लगाया जा रहा है। तेनुघाट में भी राष्ट्रीय लोक अदालत मनाया जा रहा है। जिसमें लंबित मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत से न्यायालय में मामले का निष्पादन हो सकता है।

प्रशासन के द्वारा विभिन्न ब्लॉक से लाभार्थियों को भी लाभ एवं सम्मान दिया जा रहा है। सरकार की तरफ से जो भी लाभ लाभार्थियों को मुहैया कराया जाता है उसे दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत रूपी एक मेला तेनुघाट में लगाया गया है। जिसमें सभी विभाग के पदाधिकारी आए हैं और वे लोक अदालत में सफलता में अपना योगदान दिया है।

उसका जरूर फायदा उठाएं और निष्पादन करवाएं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में 53,122 मामलों का निष्पदान हुआ, जबकि लगभग 14,79,67,171 रुपए समझौता राशि वसूल किया गया। जिसमें कोर्ट मामले, बिजली विभाग, बैंक विभाग, चेक बाउंस, मोटर यान दुर्घटना, उत्पाद विभाग के मामले सहित अन्य कई मामले शामिल है।

साहू ने लोक अदालत की सफलता के लिए सभी न्यायिक पदाधिकारी, सभी अधिवक्ता गण, अधिवक्ता लिपिक, अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य विभाग के पदाधिकारी गण, न्यायालय कर्मी, पीएलवी को साधुवाद दिया।

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