राष्ट्रीय लोक अदालत में बड़े पैमाने पर मामलों का निष्पादन
ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय तथा प्रधान जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश बोकारो रंजना अस्थाना के निर्देश पर तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 11 फरवरी को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री लिटिगेशन के 35,647, जबकि 1085 लंबित मामलों का निष्पादन एवं लगभग दस करोड़ अंठावन लाख रुपये की समझौता राशि वसूल किया गया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि यहां मौजूद भीड़ यह बताता है कि लोक अदालत कितना ज्यादा लोकप्रिय है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक सुलभ न्याय की प्रक्रिया है।
इसमें समय की बचत, ऊर्जा की बचत, पैसों की बचत और सब की जीत होती है। इससे अच्छा और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निष्पादन के मामलों कि कोई अपील नहीं होती है।
आज राष्ट्रीय लोक अदालत पूरे देश में मनाया जा रहा है। लोक अदालत एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। लोक अदालत में समाप्त होने वाले मामलों में दोनों पक्षों की जीत होती है। कोई हारता नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोक अदालत के मामले समाप्त होने से कई मामलों का समाधान होता है। दोनों पक्षों के बीच जब सुलह होता है तो आपसी मनमुटाव समाप्त हो जाता है। ऐसा नहीं होने से कई मामले आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोक अदालत प्रति महीने में एक बार और समय-समय पर होता है।
जहां दोनों पक्षो की उपस्थिति हमें ज्यादा उत्साहित करती है। राष्ट्रीय लोक अदालत की समाप्ति के दूसरे दिन से ही हम अगले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता की तैयारी में लग जाते हैं l ताकि आने वाला राष्ट्रीय लोक अदालत इससे भी ज्यादा सफल हो और आपको ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले।
उन्होंने बताया कि न्यायालय में एक मध्यस्था केंद्र भी है, जहां मध्यस्तता का कार्य किया जाता है। जहां आप के स्तर से समझौता नहीं हो पाता है तो हमारे अधिवक्ता, पीएलबी आदि आपके बीच समझौता कराने का कार्य करते हैं।
जिला जज द्वितीय अनिल कुमार ने कहा कि लोक अदालत के मामले में निष्पादन के बाद दोनों पक्षों के बीच आपसी सौहार्द हो जाता है। सब के सहयोग से ही लोक अदालत का संचालन और निष्पादन हो पाता है। आप इस मौके का फायदा उठाएं।
आप यहां से फायदा उठाकर जाएं और दूसरों को भी बताएं, जिससे वह भी इसका फायदा उठा सके। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निष्पादित मामलों का कोई अपील नहीं होता है। आज राष्ट्रीय लोक अदालत पूरे देश में मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज वर्ष का पहला लोक अदालत है। लोक अदालत के माध्यम से सरल एवं सुविधाजनक रूप से मामले का निष्पादन कराया जाता है। जिसमें ज्यादा समय भी नहीं लगता है।
अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने कहा कि आज खुशी की बात है कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर किया जा रहा है। इसमें कई तरह के मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत किसी के परिचय का मोहताज नहीं है। लोक अदालत या राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों का निष्पादन त्वरित होता है।
लोक अदालत की प्रक्रिया में दोनों पक्ष सुलह करवा कर मामलों का निष्पादन करवा रहे हैं। लोक अदालत में दोनों पक्ष में कोई भी पक्ष ना जीतता है ना हारता है। दोनों पक्ष हंसते हुए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने मामलों का निष्पादन लोक अदालत में करवा रहे हैं, यह बहुत ही अच्छी बात है।
अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव के द्वारा जो प्रयास किया गया वह काफी सराहनीय है। लोक अदालत में हम लोग अपना पूरा योगदान दे रहे हैं। यह खुशी की बात है। लोक अदालत का जो कैंप लगा है उसमें काफी समय से हम पूरी कार्यक्षमता से योगदान दिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा मामले का निष्पादन हो सके। वह काफी सफल नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 8 बेंच का गठन किया गया था। जिसके प्रथम बेंच पर कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन एवं अधिवक्ता शैलेश कुमार सिन्हा, दुसरे बेंच पर जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा एवं अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद, तीसरे बेंच पर जिला जज द्वितीय अनिल कुमार एवं अधिवक्ता मो. सब्बीर,आदि।
चौथे बेंच पर एसीजेएम विशाल गौरव एवं अधिवक्ता उमेश प्रसाद, पांचवे बेंच पर सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार एवं अधिवक्ता नरेश चंद्र ठाकुर, छठे बेंच पर एसडीजेएम दीपक कुमार साहू एवं अधिवक्ता देव दत्त तिवारी, सातवे बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी स्वेता सोनी एवं अधिवक्ता इम्तियाज आलम तथा आठवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी रूपम स्मृति टोपनो एवं अधिवक्ता मो. कल्याणी मौजूद थे।
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत एवं मंच संचालन करते हुए एसीजेएम विशाल गौरव ने कहा कि आज पूरे भारत में राष्ट्रीय लोक अदालत लगाया जा रहा है। तेनुघाट में भी राष्ट्रीय लोक अदालत मनाया जा रहा है। जिसमें लंबित मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। लोक अदालत से न्यायालय में मामले का निष्पादन हो सकता है।
उसका जरूर फायदा उठाएं और निष्पादन करवाएं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में यहां प्री लिटिगेशन के 35,647, जबकि 1085 लंबित मामलों का निष्पादन किया गया। जबकि लगभग 10,58,82,911 रुपए समझौता राशि वसूल किया गया। जिसमें कोर्ट मामले, बिजली विभाग, बैंक विभाग, मोटर यान दुर्घटना, उत्पाद विभाग के मामले सहित अन्य कई मामले शामिल है।
इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घघाटन कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन, जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, एसीजेएम विशाल गौरव, सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, एसडीजेएम दिपक कुमार साहू, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रूपम स्मृति टोपनो, श्वेता सोनी, अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
साहू ने लोक अदालत की सफलता के लिए सभी न्यायिक पदाधिकारी, सभी अधिवक्ता गण, अधिवक्ता लिपिक, अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य विभाग के पदाधिकारी गण, न्यायालय कर्मी, पीएलवी को साधुवाद दिया।
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