एस.पी.सक्सेना/बोकारो। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत 30 अक्टूबर को बाल विकास परियोजना कार्यालय बोकारो स्टील सिटी (Bokaro Steel City) में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में आंगनबाड़ी कर्मी, महिला पर्यवेक्षक आदि शामिल हुए।
आयोजित शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) की सचिव लूसी तिग्गा ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों व सुरक्षा के प्रति सदैव सजग रहना चाहिए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा व उनके कल्याण के लिए बनाए गए विभिन्न कानूनों की जानकारी दी।
उन्होंने महिलाओं के अधिकार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, डायन प्रथा, नि:शुल्क विधिक सेवा, बाल विवाह, बाल श्रम आदि की विस्तार से जानकारी दी। मौके पर डीएलएसए सचिव के अलावा सखी वन स्टॉप सेंटर की पैनल अधिवक्ता सुचित्रा रानी हलदार, पीएलबी लक्ष्मी देवी, आंगनबाड़ी केंद्रों की पर्यवेक्षक, सेविका – सहायिका उपस्थित थे।
एक अन्य जानकारी के अनुसार नालसा, झालसा तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह- अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर 30 अक्टूबर को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत बोकारो जिला के हद में जरीडीह एवं नावाडीह प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
विभिन्न पंचायतों में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो के पैनल अधिवक्ताओ एवं पैरा लीगल वालंटियरो द्वारा मोबाइल वैन के साथ घर-घर घूम कर नागरिकों को संविधान द्वारा उनको प्रदत्त कानूनी सहायता, उनको पाने के तरीके, मूल अधिकारों सहित अन्य अधिकार, कर्तव्य, नालसा एवं झालसा द्वारा उनकी सहायता हेतु प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
मौके पर ग्रामीणों के बीच पर्चा का वितरण किया गया। शिविर का आयोजन जरीडीह के गंगाजोरी, चिलगड्डा, बेलडी, आवाज़, भसकी एवं नावाडीह के खरपीटो,आएम, बेमानी, कुरपनिया, पोर्ट, कंजकिरो पंचायतों में किया गया। इसकी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की सचिव लूसी तिग्गा ने दी।
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