समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन

बेटियों को शिक्षित बनायें ताकि समाज व घर बने सशक्त-उपायुक्त

पंचायतों को स्वच्छ व स्वस्थ्य रखने में मुखिया करें सहयोग-उपायुक्त

एस. पी. सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में 15 सितंबर को समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया।

देवघर कॉलेज परिसर के ऑडिटोरियन हॉल (Auditorian Hall) में आयोजित सम्मेलन के दौरान उपायुक्त ने अपने-अपने पंचायतों में बेहतर कर रहे सभी मुखियाओं को बधाई देते हुए और भी बेहतर तरीके से कार्यों के सम्पादन को लेकर शुभकामनाएं दी।

जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपायुक्त भजंत्री ने कहा कि शिक्षा हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। वर्तमान समय में शिक्षा के स्तर को और भी बेहतर बनाने की आवश्यकता है। जिसमें मुखिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण व आवश्यक है।

सबसे महत्वपूर्ण है कि आप सभी अपने-अपने पंचायतों में आंगनबाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय व उच्च विद्यालयों को बेहतर बनाने में सहयोग करें, ताकि शिक्षा के स्तर को और भी बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सबसे आवश्यक है कि पंचायत के ड्रॉप आउट बच्चों को दुबारा स्कूलों से जोड़े।

स्कूलों में होने वाले अभिभावक शिक्षक बैठक के प्रति बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा अभिभावक बैठक में भाग लेकर अपने बच्चों व शिक्षा स्तर को बेहतर बनाने का सुझाव दे सके। उपायुक्त ने जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर एक दिवसीय अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन करने की बात कही, ताकि अभिभावकों को इससे होने वाले फायदों व इम्पेक्ट दिखे।

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उपायुक्त ने देवघर जिला के हद में महिला मुखियाओं को आत्मविश्वास के साथ कार्य करने की बात कही। उपायुक्त ने स्वच्छता को पंचायतों में बढ़ावा देने के उदेश्य से 15वीं वित आयोग एवं स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के तहत कार्य करने की बात कही।

साथ ही बाह्य शौचालय को पूर्णतः खत्म करते हुए शत प्रतिशत शौचालय को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। उन्होंने दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को समाज से खत्म करने में जिला प्रशासन का सहयोग करते हुए बच्चों को स्कूलों में जानकारी देने की बात कही।

उपायुक्त भजंत्री ने आपसी समन्वय के साथ टीम वर्क करने की बात कही, ताकि अपने -अपने पंचायतों में साकारात्मक दृष्टिकोण से शिक्षा के स्तर को और भी सुदृढ़ व बेहतर बनाया जा सके।

उन्होंने पंचायतों में बेहतरी हेतु समन्वय बनाकर कार्य करने एवं आवश्यकतानुसार संबंधित बीडीओ, सीओ एवं वरीय अधिकारियों से सम्पर्क की बात कही। उपायुक्त (Deputy Commissioner) ने शिक्षकों एवं मुखियाओं की सुविधा हेतु एक बेहतर प्लेटफॉर्म डेवलप करने की बात कही, जहां महीने में एक बार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से सभी मुखियाओं एवं शिक्षकों हेतु बैठक का आयोजन किया जा सके।

उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में पढ़ाई के स्तर को बेहतर बनाया जा रहा है। शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के उदेश्य से विद्यार्थियों के लिए खेल गतिविधियां, बच्चों के लिए साप्ताहिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं एवं इंटरनेट के माध्यम से ज्ञानवर्द्धक जानकारियों से जोड़ने की आवश्यकता है। जिसमें पढ़ाई में पिछड़े बच्चों को उनकी समझ के अनुसार पढ़ाना, पारिवारिक माहौल प्रदान करना, बच्चों से बातचीत करना शामिल है।

जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन के दौरान उप विकास आयुक्त डॉ कुमार ताराचन्द ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना हम सभी के मुख्य एजेंडे में शामिल है। हम सभी जानते हैं कि शिक्षा उन दरवाजों को खोलता है, जो हमें आगे बढ़ने, बेहतर करने की शक्ति प्रदान करता है। ऐसे में आप सभी मुखियागणों का महत्वपूर्ण रोल है। आप सभी अपने-अपने पंचायतों की आवाज है।

शिक्षा के प्रति जागरूकता लाना एवं शिक्षा स्तर को बेहतर करने में आप सभी का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। अपने-अपने पंचायतों में स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान रखें और स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उदेश्य से अपने-अपने पंचायतों में श्रमदान कार्यक्रम करें।

बैठक में उपरोक्त के अलावे जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, एसीएमओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्राचार्य, डायट जसीडीह, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, सभी पंचायतों के मुखियागण, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी बीआरपी तथा सीआरपी उपस्थित थे।

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