प्रधान जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 79250 वादों में 70063 वादों का निष्पादन

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली तथा झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार राँची के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो कुमारी रंजना अस्थाना की अध्यक्षता में 11 फरवरी को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घघाटन 11 फरवरी को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना द्वारा न्याय सदन बोकारो में जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक चन्दन कुमार झा, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय आलोक कुमार दुबे, पीठासीन पदाधिकारी श्रम न्यायालय अनुज कुमार, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिमेष चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया।

इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्री आलोक कुमार दुबे, पीठासीन पदाधिकारी श्रम न्यायालय अनुज कुमार, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत ब्रजेश नारायण मिश्र, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम पवन कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय राजीव रंजन, आदि।

जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ योगेश कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी दिव्या मिश्रा, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी लुसी सोसेन तिग्गा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार नीभा रंजना लकड़ा, अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण एवं अन्य अधिवक्तागण, सरकारी विभागों, बैंक एवं बीमा कंपनी के अधिकारी कर्मचारीगण, पीएलवी गण एवं मुकदमो के पक्षकार उपस्थित थे।

इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अस्थाना ने राष्ट्रीय लोक अदालत की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज सर्वोच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। जहाँ सरल एवं सुलह तरीके से वादों का निस्तारण किया जा रहा है।

इस अवसर पर वादों के निष्पादन हेतु व्यवहार न्यायालय बोकारो में 15 एवं अनुमंडल न्यायालय तेनुघाट में 8 बैंचो का गठन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 79250 वादों को निष्पादन हेतु रखा गया, जिसमें कुल 70063 वादों का निष्पादन किया गया। जिसमें लम्बित वादों की संख्या 2421 है।

यहां कुल समझौता राशि 435683970/- हुई। जिसमें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना के द्वारा 19 विभिन्न वादों का निष्पादन किया गया। जिसमें कुल समझौता राशि 86,82,307 /- हुआ। साथ ही आलोक कुमार दुबे प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय द्वारा 48 वादों में समझौता कराकर निष्पादन करते हुए परिवारों को टुटने से बचाया गया।

अनुज कुमार पीठासीन पदाधिकारी, श्रम न्यायालय द्वारा 04 श्रम वादों का निष्पादन किया गया जिसमें कुल समझौता राशि 3092053.92 रू० के चेक का वितरण किया गया। उक्त आशय की जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो के सचिव नीभा रंजना लकड़ा ने दी।

 123 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *