ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। गिरिडीह जिला के हद में बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 29 अप्रैल को आचार्य की सेवानिवृत्ति पर स्नेह-मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सेवानिवृत्ति के मौके पर समिति उपाध्यक्ष डॉ सतीश्वर प्रसाद सिन्हा एवं सदस्य उमेश प्रसाद सिन्हा उपस्थित हुए।
इस अवसर पर उक्त विद्यालय के प्रधानाचार्य शिव कुमार चौधरी ने बताया कि आचार्य शिवनंदन प्रसाद कुशवाहा एवं कामेश्वर राय की सेवानिवृत्ति पर स्नेह-मिलन का आयोजन किया गया है।
आचार्य द्वय उर्जावान थे। विद्यालय में जो भी दायित्व मिला दोनों ने पूरी निष्ठा से पालन किया। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप दोनों स्वस्थ रहें, सानंद रहें।आचार्य को पुष्प-गुच्छ, शाॅल, घड़ी, प्रशस्ति पत्र, वस्त्रादि देकर सम्मानित किया गया।
डॉ सिन्हा ने कहा कि स्नेह-मिलन का पल काफी मार्मिक होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते, बल्कि सेवानिवृत्ति के पश्चात अपने सुखमय जीवन के क्षेत्र में एक नई पारी की शुरुआत करते हैं। नौकरी पेशा में मिलन एवं विरह का समय निर्धारित है।
सबको एक न एक दिन इस पल से गुजरना पड़ता है। आचार्य शिवनंदन ने कहा कि सभी आचार्य-दीदी परिवार भाव से सकारात्मक विचार को लेकर विद्यालय विकास में अपनी पूर्ण ऊर्जा को लगाकर विद्यालय को ऊंचाइयों तक ले जाएं।
आचार्य कामेश्वर ने कहा कि विद्यालय द्वारा जो सम्मान, प्रतिष्ठा, आदर और स्नेह प्राप्त हुआ है उसे मैं चंद शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। विद्यालय नित नई ऊंचाइयों को प्राप्त करें। ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है।
मौके पर झूपर महतो, हरिशंकर तिवारी, नलिन कुमार एवं सबिता पांडेय ने आचार्य द्वय के साथ बीते सुखद पलों को साझा किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अजीत मिश्रा, राजेंद्र लाल बरनवाल, अरविंद त्रिवेदी, पृथा सिन्हा, सरिता वर्णवाल, मोनालिसा एवं समस्त आचार्य का सराहनीय योगदान रहा।
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