कवियों की भुमि में इस्पात से साथ साहित्यकारों का भी होता निर्माण-पीएन सिंह
रंजन वर्मा/कसमार/(बोकारो)। गर्व से कहो हम हिंदू हैं का जयघोष पूरे विश्व में फैलाने वाले तथा अमेरिका में जाकर हिंदुत्व की आवाज बुलंद करने वाले युवाओं के आइकॉन स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिन पर देश के कोने कोने, हर नगर, कस्बे में डिजिटल हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ हो रहा है। उपरोक्त कहना है स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संयोजक अमरेंद्र सिंह का। वे 12 जनवरी को बोकारो के सेक्टर चार स्थित मजदूर मैदान में चल रहे स्वदेशी मेला में आयोजित कार्यक्रम स्वावलंबी भारत अभियान में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच द्वारा पूरे देश में स्वामी विवेकानंद की जयंती युवा दिवस के रुप में मनायी जा रही है। इस वर्ष विवेकानंद जयंती को युवा संकल्प दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इसके निमित्त 12 जनवरी से 12 फरवरी तक डिजिटल हस्ताक्षर अभियान के रूप में चलाया जाएगा। जिसके माध्यम से देश के युवाओं को राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य ज्ञान के लिए जागरुक किया जाएगा।
सिंह ने कहा कि हमारा संकल्प है हर घर स्वदेशी, हर युवा को रोजगार मिले। दूसरा उधमीता और स्टार्टआप् को बढ़ावा दिया जाए। आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम तथा युवाओं के लिए गुणवत्ता पूर्ण रोजगार निर्माण व प्रदेश और केंद्र स्तर पर उद्यमिता आयोग का गठन आदि शामिल है।
इससे पूर्व मंच द्वारा मेला घूमने आए नगरवासियों एवं स्थानीय छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला, रंगोली तथा मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर निर्णायक इंटरनेशनल आर्टिस्ट सरोज कुमार व नागेंद्र सिंह मौजूद रहे।
इसके पूर्व बीते 11 जनवरी की देर शाम ग्रंथ सृजन संस्थान के तत्वधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि बोकारो कवियों की भूमि है। यहां इस्पात तो बनता ही है, लेकिन इसके साथ साहित्यकार, रचनाकार और कवियों का भी निमार्ण होता है। पूर्व सांसद सिंह ने सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान की। ग्रंथ सृजन संस्थान के संस्थापक रजत नाथ ने कहा कि कला और साहित्य समाज का प्रतिबिंब होता है। मन की भावनाओं को जब आप शब्दवली में बांध देते हैं तो वो काव्य बन जाता है।सेक्टर चार मजदूर मैदान में आयोजित काव्य गोष्ठी में बोकारो, हजारीबाग, धनबाद आदि जिलों के एक दर्जन से भी ज्यादा कवि-कवियित्रीयों ने अपनी रचना का पाठ किया तथा दर्शकों को बांधे रखा।
इस अवसर पर केद्रिय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पूर्व ओएसडी विवेक सिंह, बेहतर झारखंड के संयोजक और समाजसेवी ने क्रोध और द्वंद, गीता कुमारी गुस्ताख ने आओ चलकर ढूंढे गांव में पीपल की छांव, लव कुमार ने आजकल, रजत नाथ ने कभी दुखों का पहाड़ है, कभी ऑसूओं का सैलाब है, मनसा कृष्णा ने सागर से भी गहरा, ज्योति वर्मा ने आती थी याद लेकिन मजबूर दिल न माना, अमृता शर्मा ने शर्माईन सा वैलेंटीन, सुप्रिया सरस ने थोड़ी से बदतमीजी मुझे भी सिखाई होती, धनबाद की चंदनी वर्मा ने मन जिताए मन हराए, मन ही कराए प्रीत, जादूगर सरोज राय ने जिस पार्टी मे मैं जाता हूॅ, जैना मोड़ की सुजाता कुमारी ने खोरठा काव्य हमनी के झारखंड, कल्पना केसर ने प्रेम का एहसास काव्य पाठ किया। मंच का संचालन गीता कुमारी गुस्ताख और लव कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन ज्योति नाथ ने की।
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